नई दिल्ली: सुनंदा पुष्कर की मौत की तीन साल तक जांच करने के बाद दिल्ली पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि इसके पीछे IPL की कोच्चि फ्रेंचाइजी है। कोच्चि फ्रेंचाइजी में सुनंदा की भी हिस्सेदारी थी और इसी विवाद में शशि थरूर को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था। दिल्ली पुलिस ने प्रवर्तन निदेशालय से कोच्चि फ्रेंचाइजी में हुए पैसे की लेन-देन की जांच करने को कहा है।
कोच्चि फ्रेंचाइजी अपने निवेशकों व शेयर होल्डरों को लेकर विवादों में घिरी रही है। IPL के तत्कालीन कमिश्नर ललित मोदी ने इसके शेयर होल्डरों के नाम सार्वजनिक कर दिए थे। इनमें सुनंदा का नाम भी था। ललित मोदी का कहना था कि फ्रेंचाइजी के पीछे तत्कालीन केंद्रीय मंत्री शशि थरूर हैं। विवाद बढ़ने पर थरूर को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा और ललित मोदी देश छोड़कर भाग गए। सुनंदा की मौत की जांच के दौरान दिल्ली पुलिस को कुछ ऐसे सुबूत मिले हैं, जिससे संदेह कोच्चि फ्रेंचाइजी पर जाता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि फ्रेंचाइजी में रेंडेजवॉयस स्पोर्ट्स के एक फीसद, एंकर के 27, परिणी डेवलपर्स के 26, फिल्म वेब कंबाइन के 12, आनंद श्याम के आठ और विवेक वेणुगोपाल के एक फीसद शेयर थे। रेंडेजवॉयस को 25 फीसद शेयर मुफ्त में भी दिए गए थे, जिन्हें किशन, शैलेंद्र, पुष्पा गायकवाड़ व सुनंदा के साथ-साथ चार अन्य लोगों में बंटना था। बाद में फ्रेंचाइजी के निवेशकों में पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद हो गया था। IPL फ्रेंचाइजी के फंड का विदेशी खातों में भी काफी लेन-देन हुआ था। दिल्ली पुलिस ने ईडी को पता लगाने के लिए कहा है कि फ्रेंचाइजी के लिए पैसे कहां-कहां से लाए और किनके बीच बांटा गया।