नई दिल्ली। भारत में जर्मनी के राजदूत मार्टिन नी ने बुधवार(5 अक्टूबर) को कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में जर्मनी उसके साथ खड़ा रहेगा। नियंत्रण रेखा के पार हाल ही में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक पर पूछे गये एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ‘‘एक स्पष्ट अंतरराष्ट्रीय नियम है कि प्रत्येक देश को अपने क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से बचाने का अधिकार है।’’
उन्होंने कहा कि ‘‘मैं इसे इस तरह से भी कह सकता हूं कि यह बिल्कुल स्पष्ट है कि इस मुद्दे (सीमा पार आतंकवाद) से संबंधित अंतरराष्ट्रीय कानून में दो नियम हैं। पहला स्पष्ट नियम है कि प्रत्येक देश को कानूनी अधिकार के तहत सुनिश्चित करना चाहिए कि उसकी जमीन से आतंकवाद नहीं फैल रहा हो।’’
मार्टिन ने कहा कि ‘‘दूसरा, स्पष्ट अंतरराष्ट्रीय कानून है कि कि प्रत्येक देश को किसी भी तरह के वैश्विक आतंकवाद से अपने क्षेत्र को बचाने का अधिकार है।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘जब आतंकवाद से मुकाबले की बात आती है तो जर्मनी अपने रणनीतिक साझेदार (भारत) के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
उन्होंने कहा कि ये बयान केवल खोखले शब्द नहीं हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के हस्ताक्षर वाले राजनीतिक घोषणापत्र में भी बिल्कुल स्पष्ट है।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘मैं आपको विश्वास दिला सकता हूं कि आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े होने की बात खोखली राजनीतिक बयानबाजी नहीं है, बल्कि ठोस परियोजनाओं से युक्त है।’’
भारत और जर्मनी के बीच द्विपक्षीय व्यापार पर जर्मन राजदूत ने कहा कि उनका देश भारत का छठा सबसे बड़ा साझेदार है और यूरोपीय संघ में सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार है। वह नासकॉम के पूर्व अध्यक्ष बीवीआर मोहन रेड्डी को फेडरल रिपब्लिक ऑफ जर्मनी के मानद वाणिज्यदूत नियुक्त करने के लिए आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे।