भाजपा के साथ मिलकर मुसलमानों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है सपा: बसपा

0
नसीमुद्दीन सिद्दीकी

 

दिल्ली: उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों के बाद सरकार बनाने के लिए भाजपा से हाथ मिलाने के सपा के आरोपों को खारिज करते हुए बसपा ने आज कहा कि राज्य की सत्ताधारी सपा भगवा पार्टी की मदद के लिए मुसलमानों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।

बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि सपा के इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है कि बसपा और भाजपा अगली सरकार बनाने के लिए साथ आ सकते हैं। सपा का उद्देश्य मुसलमान मतदाताओं को गुमराह करना है क्योंकि सपा को पता है कि बड़ी संख्या में मुसलमान मतदाता बसपा के साथ आ रहे हैं।

इसे भी पढ़िए :  कभी मछली पकड़ती थी ये लड़की, अब हैं इंटरनेशनल शूटर

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और सपा एक दूसरे का हित साध रहे हैं। ‘‘बसपा सरकार के समय भाजपा कमजोर हुई है। लेकिन जब जब सपा की सरकार बनी है तब तब भाजपा मजबूत हुई है।’’ सिददीकी ने कहा कि सपा का जन्म जनसंघ और भाजपा की मदद से हुआ है। इतिहास गवाह है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव 1967 में जब पहली बार जसवंत नगर से विधायक बने तो जनसंघ की मदद से बने।

इसे भी पढ़िए :  मुसलमानों के बारे में ये क्या बोल गए आजम खान ? अब देना होगा जवाब

उन्होंने कहा कि बसपा ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार जरूर चलायी है लेकिन पार्टी के उसूलों और सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। हमने भाजपा और आरएसएस के एजेंडे को अपनी सरकार में लागू नहीं होने दिया।

इसे भी पढ़िए :  स्वतंत्रता दिवस पर पतंगबाजी से पक्षियों की स्वतंत्रता पर खतरा, मांझे से लगभग 1000 पक्षियां घायल

सिददीकी ने दावा किया कि प्रदेश का मुसलमान सपा और भाजपा की सच्चाई को जान गया है और पिछले लगभग साढे चार साल से अपनी जान माल की कुर्बानी देकर झेल रहा है इसलिए अब मुसलमान सपा के किसी बहकावे में आने वाला नहीं है। प्रदेश का मुसलमान सांप्रदायिक शक्तियों का खात्मा करने में सक्षम बसपा के साथ खडा है।