नई दिल्ली। विदेश सचिव एस जयशंकर ने मंगलवार(18 अक्टूबर) को कहा कि भारतीय सेना की ओर से पहले नियंत्रण रेखा के पार सर्जिकल स्ट्राइक किए गए हैं या नहीं, इस बारे में सिर्फ सेना जानती है और ऐसे हमलों के बारे में कोई ‘‘संदेश’’ नहीं दिया गया।
सरकारी सूत्रों ने कहा कि ‘‘विदेश सचिव ने कहा कि अहम मुद्दा यह है कि हमने सर्जिकल स्ट्राइक करने के बाद सार्वजनिक तौर पर इसकी जानकारी दी, जिससे एक राजनीतिक-सैन्य संदेश गया। पहले सीमा पार की गई कि नहीं, इसके बारे में सिर्फ सेना जानती है। लेकिन यह अप्रासंगिक है, क्योंकि कोई संदेश ही नहीं दिया गया।’’
दरअसल, विदेश मामलों से जुड़ी संसदीय समिति में हुए वाकयों के बारे में स्पष्टीकरण तब दिया गया जब कुछ विपक्षी सांसदों ने विदेश सचिव के हवाले से कहा कि सेना ने नियंत्रण रेखा के पार पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक अभियानों को अंजाम दिया है, लेकिन पहली बार सरकार ने इसके बारे में सार्वजनिक तौर पर जानकारी दी।