जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के माही मांडवी हॉस्टल से 15 अक्टूबर से लापता छात्र नजीब अहमद को खोजने के लिए जेएनयू प्रशासन ने सीबीआइ सहित अन्य केंद्रीय एजेंसियों से मदद मांगी है। नजीब के गायब होने के बाद से ही कैंपस में माहौल तनावपूर्ण है। जेएनयू प्रशासन ने छात्रसंघ सहित पढ़ रहे छात्रों से इस मामले में सहायता मांगी है। कैंपस मं5 वामपंथी और दक्षिणपंथी छात्र संगठनों के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप हो रहे हैं। सोमवार देर रात जहां जेएनयू छात्रसंघ के पदाधिकारियों ने गंगा ढाबा से मार्च निकाला और नारेबाजी की, वहीं मंगलवार को प्रशासनिक भवन के बाहर एबीवीपी ने भी प्रदर्शन किया।
मंगलवार की शाम जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों ने कैंपस में प्रेसवार्ता कर नजीब को खोजने की अपील की, साथ ही एबीवीपी और जेएनयू प्रशासन पर सवाल खड़े किए। छात्रसंघ अध्यक्ष मोहित कुमार पांडेय ने कहा कि नजीब जब तक मिल नहीं जाता हम चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि एबीवीपी के लोगों ने नजीब के साथ मारपीट की, लेकिन जेएनयू प्रशासन ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। नजीब के गायब होने के बाद भी जेएनयू प्रशासन ने किसी तरह का मामला पुलिस में दर्ज नहीं कराया। जेएनयू प्रशासन का रवैया एकतरफा है। जेएनयू प्रशासन मीडिया को गुमराह कर रहा है।
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