भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की रात को राष्ट्र के नाम संबोधन में 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने का ऐलान किया था। मगर, क्या आप जानते हैं।किस शख्स ने उन्हें ऐसा करने की सलाह दी थी। जिसकी वजह से रातों रात इतना बढ़ा फैसला लिया गया।
कहा जा रहा है कि देश के आर्थिक-सामाजिक बदलाव को समर्पित थिंक टैंक ‘अर्थक्रांति’ से जुड़े शख्स अनिल बोकिल ने इकॉनमी में ब्लैक मनी को खत्म करने के लिए कुछ सुझाव दिए थे। इनमें से एक सुझाव बड़े करंसी नोटों को बंद करने का भी था। अनिल बोकिल ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए 9 मिनट का वक्त मांगा था। लेकिन जब पीएम मोदी और बोकिल की मुलाकात हुई तो करीब दो घंटे तक चलती रही। इसी दौरान बोकिल ने उन्हें यह सुझाव दिए थे।

बोकिल ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान कुछ और सुझाव दिए थे। जैसे:
1.इंपोर्ट ड्यूटी को छोड़कर अलग-अलग तरह के 56 टैक्सों के जरिए पैसे के एकत्रीकरण को खत्म किया जाए।
2.बोकिल ने पीएम मोदी को 1000 और 500 रुपये के नोटों के अलावा 100 रुपये के मौजूदा नोटों को भी बैन करने की मांग की थी।
3.सभी तरह का लेनदेन बैंक के जरिए ही होना चाहिए। जैसे- चेक, डिमांड ड्राफ्ट और ऑनलाइन पेमेंट।
4.रेवेन्यू कलेक्शन के लिए बने सिंगल बैंकिंग सिस्टम।
देश में प्रतिदिन करीब 2.7 लाख करोड़ रुपये का औसतन लेनदेन होता है। साल भर में यह आंकड़ा करीब 800 लाख करोड़ रुपये का है। लेकिन, इनमें से महज 20 फीसदी लेनदेन ही बैंकिंग सिस्टम के जरिए होता है। देश की करीब 78 फीसदी आबादी दिन में महज 20 रुपये ही खर्च करती है। इन लोगों को बड़े नोटों की जरूरत नहीं होती है। इसलिए सरकार की ओर से 500 और 1000 रुपये के नोटों को बैन करने का फैसला लिया गया।
































































