500 और हज़ार के नोट पर प्रतिबंध लगने के बाद से पूरा देश बेहाल है। देश भर में लोगों के बीच अफरा तफरी का माहौल है। लोग एटीम से लेकर बैंकों में दिन भर कतारों में लगें धक्के खाने को मजबूर हैं। भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ मोदी की तरफ से लिए गए इस निर्णायक फैसले का कोई समर्थन कर रहा है तो कोई इसकी निंदा। इस सब के बीच दुनिया के सबसे अमीर आदमी बिल गेट्स ने भारत में नोटबंदी के फ़ैसले को कागज़ी मुद्रा से डिज़िटल लेन-देन की ओर एक कदम बताया।
बीबीसी की खबर के मुताबिक, बिल गेट्स ने कहा, ‘अगर लोग ये देखें कि डिज़िटल दुनिया में लेन-देन करना ज़्यादा महंगा नहीं है, तो वो कागज़ की मुद्रा से उस तरफ़ बढ़ेंगे। मैं जानता हूं कि सरकार आधार कार्ड और बैंक अकाउंट खोलने जैसे कदम उठाकर उस ओर बढ़ रही है।’
गेट्स ने आगे कहा, ‘मेरा अनुभव यही है कि गांवों में आप चाहे जितने बैंक खोल लें। जब तक इंटरनेट के माध्यम से लेन-देन करना शुरू नहीं करेंगे, उस पैसे को किसानों तक पहुंचाना मुश्किल ही रहेगा।’