भारत इस वर्ष के अंत में रूस के साथ एक बड़ा सैन्य अभ्यास करेगा जिसमें नौसेना, वायुसेना और थलसेना की भागीदारी के साथ त्रिकोणीय युद्ध अभ्यास होने की भी संभावना है। आपको बता दें कि रूस ने पिछले साल पाकिस्तान के साथ युद्ध करके अपने करीबी देश भारत को नाराज कर दिया था। और अब इश साल के अंत में दोंनों देशों के बीच एक बड़ा सैन्य अभ्यास होगा जिसमें आर्मी, एयरफोर्स और नेवी की भागीदारी के साथ त्रिकोणीय युद्ध अभ्यास होने की भी संभावना है।
भारतीय सेना और भारतीय नौसेना रूस के साथ अलग से सैन्य अभ्यास ‘इंद्र’ करेंगी। मजबूत सामरिक रिश्ते रखने वाले भारत और रूस के बीच इस तरह का यह पहला युद्ध अभ्यास होगा। भारतीय वायु सेना ने 2014 में रूसी वायु सेना के साथ एक अभ्यास ‘एविया इंद्र’ में भाग लिया था।
रक्षा मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा, ‘अक्टूबर नवंबर में रूस में होने सैन्य अभ्यास में आर्मी, नेवी और एयरफोर्स यानी तीनों सेनाओं के जवान और हथियार शामिल होंगे। यह पहली बार होगा जब भारत की तीनों सेनाएं एक साथ किसी देश का साथ अभ्यास करेंगी।’ संयोग से भारत-रूस के बीच युद्ध अभ्यास से पहले रक्षा मंत्री अरुण जेटली अतंरराष्ट्रीय सुरक्षा पर आयोजित होने वाली मॉस्को कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए 25-26 अप्रैल को रूस में रहेंगे।
दो सामरिक भागीदारों के बीच भारत-रूस ‘इंद्र’ अभ्यास के आठवें संस्करण का आयोजन रूस के पहाड़ी क्षेत्र व्लादिवोस्तोक में किया गया था। भारतीय वायु सेना ने 2014 में रूसी वायु सेना के साथ एक अभ्यास ‘एविया इंद्र’ में भाग लिया था। दूसरी तरफ भारत और अमेरिका के बीच लगभग हर साल सैन्य अभ्यास होते हैं। इन सैन्य अभ्यासों में मालाबार अभ्यास भी शामिल है जिसमें जापान भी हिस्सा लेता है। इसके अलावा काउंटर टेरर अभ्यास वज्र प्रहार भी दोनों देशों की सेनाओं के बीच होता रहा है।
अगली स्लाइड में पढ़ें बाकी की खबर