भारतीय प्राइवेट स्पेस टेक्नॉलजी कंपनी इसरो के साथ मिलकर अंतरिक्ष में एक अहम कदम उठाने की तैयारी में है। खबरों के अनुसार टीमइंडस नाम की कंपनी ने बहुत जल्द इसरो के साथ मिलकर चांद पर जाने का कॉन्ट्रेक्ट साइन किया है। ये देश की पहली कंपनी होगी जो चांद पर अपना स्पेस क्राफ्ट भेजेगी।
यह प्रॉजेक्ट गूगल लूनर एक्सप्राइज की वैश्विक चुनौती का हिस्सा है जिसमें टीमइंडस इकलौती भारतीय कंपनी है। लूनर एक्सप्राइज के तहत चांद की सतह पर अंतरिक्ष यान उतारने, 500 मीटर तक चलाने और फोटो, विडियो पृथ्वी पर वापस भेजने के लिए लगभग 204 करोड़ रुपए की फंडिंग मिलेगी। साथ ही यह कंपनी गणतंत्र दिवस 2018 के दिन चांद पर तिरंगा फहराना चाहती है।
टीमइंडस ने बताया कि वह इस प्रॉजेक्ट पर 2011 से काम कर रहे हैं। वह पोलर सैटेलाइट लॉन्ट वीइकल (PSLV) के जरिए चांद पर अपना अंतरिक्ष यान दिसंबर 2017 में भेजेंगे। टीमइंडस के फ्लीट कमांडर राहुल नारायण ने बताया कि यह मिशन भारत को ऐसे देशों के क्लब में शामिल कर देगा जिनकी चांद पर लैंड करने की तकनीक प्रमाणित है। साथ ही यह स्पेस को और अच्छे से जानने के नए रास्ते खोल देगा।
TeamIndus is the first private entity to secure a dedicated PSLV from @isro. Our mission is your mission too #HarIndianKaMoonshot pic.twitter.com/4eRrg8J3wA
— TeamIndus (@TeamIndus) December 1, 2016
इसरो के चैयरमैन एएस किरण कुमार ने कहा, ‘हम देखना चाहते हैं कि भारत के ज्ञान का प्रयोग दुनिया के लिए किया जा सकता है।’ टीमइंडस में इन्वेस्ट करने वालों में रतन टाटा, नंदन निलकेणी, सचिन बंसल और बिन्नी बंसल समेत कई बड़े नाम शामिल हैं। टीमइंडस के स्पेसक्राफ्ट को बेंगलुरु में 100 लोगों की इंजिनियरिंग टीम (जिसमें 20 रिटायर्ड इसरो वैज्ञानिकों शामिल थे) द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है।
28 दिसंबर 2017 को लॉन्चिंग की डेट फिक्स कर दी जाएगी। PSLV से पृथ्वी की ऑरबिट में स्पेसक्राफ्ट को इंजेक्ट किया जाएगा। इसके 21 दिनों के सफर के बाद स्पेसक्राफ्ट चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंड करेगा।