पश्चिम बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष द्वारा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर विवादित बयान देने के बाद सुर्खियों में छाए हुए हैं। दिलीप ने अपने इस बयान के लिए ममता से विधानसभा में माफी मांगी है। श्री घोष ने कहा कि उन्होंने उत्तेजनावश कुछ बातें कह डाली थीं, लेकिन उनकी मंशा मुख्यमंत्री को दु:खी करना नहीं था। यदि उनके बयान से मुख्यमंत्री को खराब लगा है, तो इसके लिए वह दु:ख व्यक्त करते हैं।
घोष ने राज्य विधानसभा में कहा, “मैंने कभी किसी की भावनाओं को आहत करने का प्रयास नहीं किया या किसी के खिलाफ कोई निजी हमला करने का मेरा इरादा नहीं था। मैंने जो कहा वह भावनाओं में आकर कह गया।”
भाषा की खबर के अनुसार, उन्होंने सदन में कहा, “मैंने सुना कि मुख्यमंत्री के खिलाफ मेरे शब्दों के चुनाव को लेकर तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेता दुखी हैं। अगर हमारी मुख्यमंत्री ने मेरे शब्दों से अपमानित महसूस किया हो तो मैं अत्यंत क्षमाप्रार्थी हूं।”
घोष के माफी मांगने से पहले सरकार के उप मुख्य सचेतक तापस रॉय ने भाजपा नेता के खिलाफ जोरदार आवाज उठाई। हालांकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि ममता के नेतृत्व में राज्य में निष्पक्ष राजनीति होगी।
अपने विवादास्पद बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले घोष ने केंद्र के नोटबंदी के फैसले के खिलाफ मुख्यमंत्री के विरोध प्रदर्शन को लेकर पिछले कुछ दिनों में उनके बारे में कुछ आपत्तिजनक बयान दिए थे।