शाहजहांपुर में बीजेपी की परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए राष्टीय अध्यक्ष अमित शाह ने नोटबंदी को लेकर विपक्षी दलों के रुख की आलोचना की। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से मायावती और ममता बनर्जी का चेहरा उतर गया है, दोनों नेताओं की उम्र एक ही साल में 10 साल ज्यादा दिखने लगी है। शाह ने रैली में एसपी, बीएसपी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि अखिलेश यादव चुनाव से पहले ही डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की लोकप्रियता से अखिलेश को कुर्सी जाने का डर सता रहा है। अखिलेश को 5 साल यूपी में राज करते हो गए हैं। नोटबंदी नहीं जनता यूपी सरकार के कामकाज का हिसाब चाहती है। वह नोटबंदी को लेकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
परिवर्तन रैली में शाह ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यूपीए के 10 साल के शासन के दौरान कांग्रेस ने आकाश से पाताल तक घोटाले किए। शाह ने कहा कि कांग्रेस ने इसरो से लेकर कोयला तक में घोटाला किया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज कसते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि राहुल बाबा जितना कम बोलेंगे, कांग्रेस के लिए उतना ही ठीक रहेगा। राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा, ‘जिन्हें ये नहीं पता कि आलू की पैदावार कहां होती है, वो उत्तर प्रदेश को बदलने की बात करते हैं।’
अमित शाह ने कहा कि नोटबंदी से कालेधन वाले परेशान हैं. हमारी सरकार यूपी के युवाओं को रोजगार देगी। लोकसभा की तरह विधानसभा में भी हमें जीत मिलने वाली है। उन्होंने कहा कि ढाई साल में हमने बोलने वाला प्रधानमंत्री दिया है। कांग्रेस ने जो पीएम दिया, वो तो बोलता ही नहीं था।
रैली में अमित शाह ने कहा कि सिर्फ बीजेपी ही यूपी का विकास कर सकती है। अखिलेश और मायावती पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि बुआ-भतीजे के बीच यूपी का विकास फंस गया है। शाह ने कहा कि एसपी और बीएसपी सिर्फ अपने परिवार का ही विकास करती हैं जबकि बीजेपी सबका साथ सबका विकास में यकीन रखती है।
अमित शाह ने दावा किया कि अगर यूपी में सारे विरोधी दल मिल भी जाएं तो बीजेपी की सरकार बनने से नहीं रोक सकेंगे। उन्होंने संसद न चल पाने की ठीकरा भी विपक्षी दलों पर फोड़ा।