दिल्ली: कहने को तो उद्धव की पार्टी बीजेपी की सहयोगी पार्टी है लेकिन दोनों पार्टियां के बीच हर मुद्दे पर विवाद इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि शिवसेना की भूमिका विपक्ष जैसी हो जाती है। ताजा मामला नोटबंदी से जुड़ा हुआ है। नोटबंदी के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ हमले जारी रखते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को सवाल किया कि प्रधानमंत्री की ओर से मांगी गई 50 दिन की अवधि अब खत्म हो रही है, ऐसे में अब क्या करना चाहिए? मुंबई तट के पास शिवाजी स्मारक के भूमि-पूजन समारोह में प्रधानमंत्री के भाषण का हवाला देते हुए उद्धव ने कहा, ‘प्रधानमंत्री का भाषण सुनने के कुछ देर बाद मैंने महसूस किया कि क्या इसका कोई अंत है?’
उत्तर महाराष्ट्र के धुले में एक रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ने सवाल किया, ‘नरेंद्र मोदी ने कहा था कि मुझे 50 दिन का वक्त दीजिए या फिर मुझे कोड़े मारिए। 30 दिसंबर को 50 दिन पूरे हो रहे हैं, हमें 31 दिसंबर को क्या करना चाहिए?