डेंगी और मलेरिया से होने वाली मौतें मानी जाएंगी एक्सिडेंट, मिलेगा क्लेम?

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इंश्योरेंस

डेंगी और मलेरिया से होने वाली मौतें भी ऐक्सिडेंट की तरह मानी जाएंगी और इंश्योरेंस कंपनी को ऐक्सिडेंट पॉलिसी के तहत इसमें क्लेम देना पड़ सकता है। इंडियन मेडिकल असोसिएशन (आईएमए) का दावा है कि उसने ही इस मामले को सबसे पहले उठाया था।

असोसिएशन का कहना है कि ट्रेन हादसा, भूकंप, बाढ़ में होने वाली मौतों को ऐक्सिडेंट और आपदा माना जाता है। उसी तरह मच्छर काटने से होने वाली मौतों को भी आपदा मान लिया गया है। नैशनल कंज्यूमर डिसप्यूट रीअड्रेसल कमिशन (NCDRC) ने हाल ही में अपने ऑर्डर में इंश्योरेंस कंपनी को ऐक्सिडेंट पॉलिसी के तहत इन बीमारियों में क्लेम देने को कहा है।

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आईएमए के प्रेजिडेंट डॉक्टर के. के. अग्रवाल ने कहा कि हमने हेल्थ मिनिस्टर से पहले ही मांग की थी कि जब कोई बीमारी एपिडेमिक का रूप ले लेती है, उस स्थिति में डिजास्टर फंड से मरीजों की मदद की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ और ट्रेन हादसे के बाद सरकार मुआवजा का ऐलान करती है, उसी तरह से कोई बीमारी फैलती फैलने पर मुआवजा दिया जाए। नवंबर 2012 में मौसमी भट्टाचार्य ने पति देवाशीष भट्टाचार्य की मौत के मामले में मामला उठाया था। एनसीडीआरसी ने इसे ऐक्सिडेंट पॉलिसी के तहत माना है।

 

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