पाक की कैद से छूटे जवान चंदू चव्हाण ने सुनाई दिल दहलाने वाली दास्तां, ‘रोज मौत की दुआ मांगता था’

0
चंदू
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse

सर्जिकल स्ट्राइक के बाद गलती से बॉर्डर पार कर पाकिस्तान जाने वाले जवान चंदू चव्हाण ने अपने देश वापस आने के बाद पहली बार खौफनाक आपबीती के बारे में बताया। उन्होंने मुझे इतना टॉर्चर किया कि मेरे लिए मौत ही एक आसान विकल्प था, लेकिन मैं उन्हें आसानी से मिल गया था वे मुझे मारना भी नही चाहते थे। इसलिए उन्होंने रोजाना मुझे टॉर्चर किया। वे मुझे अंदर कमरे में पीटते थे। वे मुझे गन्दी-गन्दी गालिया देते थे। परेशान होकर मैंने उनसे कहा कि मुझे जान से मार दो। मैंने ये मान लिया था कि मैं अपने घर, अपने देश कभी वापस नही जा पाउँगा। मैं यही पाकिस्तानी सेना के हाथों ही मार दिया जाऊंगा।

इसे भी पढ़िए :  पहली बार घाटी में 'प्लास्टिक बुलेट' पत्थरबाजों पर कसेगी नकेल, पैलेट गन आखिरी विकल्प

 

जनवरी में पाकिस्तानी सेना ने गुडविल के तहत 37 राष्ट्रीय राइफल्स के जवान चंदू को रिहा कर दिया था। शुक्रवार को चौहान ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्हें एलओसी के आसपास ही रखा गया था। उन्होंने बताया कि उन्हें दो लोगों ने पकड़ा था। उनमे से एक ने उनपर बंदूक तान दी थी, जो गोली चलाने ही वाला था। लेकिन दूसरे ने एेसा न करने को कहा।

इसे भी पढ़िए :  नोटबंदी: NDA में दरार, संसद में ममता का साथ देगी शिवसेना

 

उस खौफनाक मंजर को याद करते हुए चंदू बताते हैं सबसे पहले उन्होंने मेरा सारा सामान ले लिया और मुझे पठानी पहनाया। उसके बाद उन्होंने मेरा चेहरा ढक दिया और मुझे एक गाड़ी में बैठाकर किसी अनजान जगह ले जाया गया। वहां मुझे एक अंधेरे कमरे में रखा गया, जिसमें कोई टॉयलेट या बाथरूम नहीं था। मुझे खाना भी नहीं दिया गया और बुरी तरह पीटा गया।

इसे भी पढ़िए :  जम्मू कश्मीर आतंकी हमला अपडेट : तीन जवान शहीद, एक नागरिक की भी मौत

अगली स्लाइड में देखे वे उन्हें मरना क्यों नही चाहते थे

Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse