इस साथ इस साल के स्वच्छता सर्वेक्षण के नतीजों से पता चला है कि देश के कुल 434 शहरों में सफाई के मामले में देश के कई शहरों में बड़ा बदलाव आया है। इस बार मध्य प्रदेश का इंदौर पहले नंबर पर और भोपाल दूसरे नंबर पर रहा है, जबकि तीसरा नंबर विशाखापट्टनम का आया है।
इस लिस्ट में सूरत को चौथा स्थान मिला है जबकि पिछली बार टॉप पर रहने वाला मैसूर शहर इस बार पांचवें नंबर पर आ गया है। दिल्ली के एनडीएमसी की सफाई चौथे नंबर से खिसककर सातवें नंबर पर आ गया है। इस बार कुल 434 शहरों ने स्वच्छता सर्वेक्षण में हिस्सा लिया था। जिसमें ये शहर रहे टॉप पर ।
ये है टॉप 10 शहर
शहर | राज्य |
इंदौर | मध्या प्रदेश |
भोपल | मध्या प्रदेश |
विशाखापटनम | आंध्रा प्रदेश |
सूरत | गुजरात |
मैसूर | कर्नाटक |
तिरुचिरापल्ली | तमिलनाडु |
नई दिल्ली म्युनिसिपल काउंसिल | दिल्ली |
नवी मुंबई | महाराष्ट्र |
तिरुपति | आंध्रा प्रदेश |
वड़ोदरा | गुजरात |
गुजरात और मध्य प्रदेश सफाई के मामले में टॉप पर रहने वाले 50 शहरों में शुमार हुए है। गुजरात के 12 और मध्य प्रदेश के 11 शहर टॉप 50 की लिस्ट में हैं। वहीं, इस लिस्ट में महाराष्ट्र के तीन और तमिलनाडु के चार शहर हैं। दिल्ली का एनडीएमसी इलाका भी टॉप फिफ्टी में है लेकिन दिल्ली के बाकी तीनों नगर निगम टॉप 50 तो क्या टॉप 100 में भी जगह नहीं बना सके।
यूपी का सिर्फ एक शहर वाराणसी ही टॉप फिफ्टी में लिस्ट में रहा है। हालंकि बिहार, हरियाणा ,राजस्थान और पंजाब का कोई भी शहर इतना साफ नहीं पाया गया कि वह टॉप फिफ्टी में हो।
और अब बात करते है उन शहरो कि जो इस रेस मे रहे सबसे पीछे
सफाई के मामले में सबसे पीछे यूपी का गोंडा है। लिस्ट में सबसे नीचे के 50 शहरों में से 25 अकेले यूपी से हैं जबकि बिहार से नौ, राजस्थान, पंजाब से पांच-पांच शहर हैं।
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