फ्रांस में संपन्न हुए राष्ट्रपति चुनाव में 39 वर्षीय इमैनुएल मैक्रों देश के नए राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं। वो एक इन्वेस्टमेंट बैंकर हैं और अब फ्रांस के सबसे युवा राष्ट्रपति होंगे। मैक्रों ने अपने प्रतिद्वंदी और दक्षिणपंथी नेता मरी ल पेन को हराया है। मैक्रों को 66.06 प्रतिशत वोट मिले। फिलहाल उन्होंने पद नहीं संभाला है। जीत के बाद उन्होंने कहा कि फ्रांस आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे रहेगा।
इस मौके पर मैक्रों ने कहा कि फ्रांस के लंबे इतिहास में एक नया अध्याय शुरू हो रहा है। मैं चाहता हूं कि यह एक उम्मीद और भरोसा बनकर उभरे। अपने पहले संबोधन में मैक्रों ने वादा किया कि वो देश में मौजूद भेदभाव वाली शक्तियों से लड़ेंगे ताकि यूरोपीय संघ और उनके देशवासियों के बीच संपर्क को पुनर्स्थापित किया जा सके.
फ़ांसीसी गणतंत्र में 1958 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि चुना गया राष्ट्रपति फ़्रांस के दो प्रमुख राजनीतिक दलों – सोशलिस्ट और सेंटर राइट रिपब्लिकन पार्टी से नहीं हैं।
इस मौके पर नरेंद्र मोदी ने भी मैक्रों को जीत की बधाई दी है। मोदी ने ट्वीट की, “फ्रांस के प्रेसिडेंट इलेक्शन-2017 में जबर्दस्त जीत के लिए इमैनुअल मैक्रों को बधाई। मैं भारत-फ्रांस के रिश्तों में मजबूती के लिए मैं साथ मिलकर काम करने की उम्मीद करता हूं।”
गौरतलबल है कि इस इलेक्शन में 11 उम्मीदवार मैदान में थे। पहले चरण में ली पेन और मैक्रों टॉप पर रहे।
कौन हैं मैक्रों?
मैक्रों एक पूर्व बैंकर हैं। उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा। मैक्रों का जन्म उत्तरी फ्रांस में हुआ था। 2012 में उन्हें राष्ट्रपति ओलांद का सीनियर एडवायजर अप्वॉइंट किया गया था। 2014 में इन्हें फाइनेंस मिनिस्ट्री में कामकाज सौंपा गया। नवंबर 2016 में मैक्रों प्रेसिडेंट पोस्ट के कैंडिडेट के तौर पर सामने आए। मैकों को बराक ओबामा का भी सपोर्ट मिला है।
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