आज रिटायर हो गए विवादास्पद जज कर्णन, जानिए उनके बारे में 10 बड़ी बातें

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कर्णन

विवादों में रहे जस्टिस सी. एस. कर्णन आज रिटायर हो गए। अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट के साथ जस्टिस कर्णन के विवाद ने काफी सुर्खियां बटोरीं। कलकत्ता हाई कोर्ट के जज जस्टिस कर्णन भगोड़ा रहते हुए रिटायर होने वाले देश के पहले जज होंगे। वह मार्च 2009 में जज बने थे। अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट के सात जजों ने उन्हें छह महीने की कारावास की सजा सुनाई है। तमिलनाडु में 12 जून 1955 को पैदा हुए जस्टिस कर्णन 9 मई से ही ‘गायब’ हैं। 9 मई को चेन्नै पहुंचने के बाद जस्टिस कर्णन लापता हो गए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश की तामील के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस एक डीजीपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में चेन्नै में 10 मई से कैंप कर रही है, लेकिन वे अभी तक जस्टिस को नहीं पकड़ पाए हैं।

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जानिए जस्टिस कर्णन के बारे में कुछ अहम बातें

1- मार्च 2009 में सी. एस. कर्णन बने थे जज। पहली बार जस्टिस कर्णन ने तब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने अपने साथी जजों पर दलित होने के कारण उनके साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया।

2- जुडिशल सिस्टम के खिलाफ ऐतिहासिक कदम उठाते हुए जस्टिस कर्णन ने अपने ट्रांसफर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

3- जस्टिस कर्णन ने 23 जनवरी 2017 को पीएम मोदी को लिखे खत में सुप्रीम कोर्ट और मद्रास हाई कोर्ट के जजों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। कर्णन ने इस चिट्ठी में 20 जजों के नाम लिखते हुए उनके खिलाफ जांच की मांग की थी।

4- इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना का नोटिस जारी कर उन्हें सुप्रीम कोर्ट के 7 जजों की बेंच के सामने पेश होने को कहा। जुडिशल इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब हाई कोर्ट के किसी मौजूदा जज को अवमानना के मामले में SC में पेश होने को कहा गया।

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5- सुप्रीम कोर्ट से वॉरंट जारी होने के बाद जस्टिस कर्णन 31 मार्च को अदालत के सामने पेश हुए थे।

6- हालांकि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से जस्टिस कर्णन नाराज भी हो गए थे और कर्णन ने 14 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर सहित 7 जजों को एससी-एसटी ऐक्ट के उल्लंघन का दोषी बनाया और उनके खिलाफ इन आरोपों में समन जारी कर दिया।

7- 28 अप्रैल को कर्णन ने केस की सुनवाई कर रहे चीफ जस्टिस जेएस खेहर समेत 7 जजों की विदेश यात्रा पर बैन लगाने का आदेश जारी किया

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8- एक मई को सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस कर्णन की मानसिक जांच के लिए मेडिकल टीम भेजने का आदेश सुनाया। SC ने जांच रिपोर्ट 8 मई तक सौंपने का आदेश दिया था। हालांकि कर्णन ने मानसिक जांच कराने से इनकार कर दिया।

9- इसके बाद जस्टिस कर्णन ने 8 मई 2017 को भारत के मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर समेत सुप्रीम कोर्ट के 7 अन्य जजों को 5-5 साल के कठोर कारावास की सजा सुना दी।

10- फिर SC के 7 जजों की संविधान पीठ ने कलकत्ता हाई कोर्ट के जस्टिस कर्णन को अवमानना का दोषी करार देते हुए उन्हें कोर्ट ने 6 महीने कैद की सजा सुना दी। इसके बाद से ही जस्टिस कर्णन फरार हैं।