पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग में जारी अशांति और बशीरहाट में हुई हिंसा को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने केंद्र सरकार पर पर्याप्त सहयोग न देने का आरोप लगाया। उन्होंने अशांति और हिंसा के पीछे साजिश का भी आरोप लगाया। सीएम ने कहा कि वह बशीरहाट में हुई हिंसा की न्यायिक जांच की सिफारिश करेंगी। उधर, नॉर्थ 24 परगना जिले के एसपी भास्कर मुखर्जी को हटा दिया गया है। सी सुधाकर को नया एसपी बनाया गया है। इसके अलावा, 10 आईपीएस अफसरों का तबादला कर दिया गया है।
ममता ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अपने खिलाफ विरोध करने वाली हर पार्टी को निशाना बना रही है। इसके लिए उन्होंने लालू के ठिकानों पर हुई छापेमारी का भी उदाहरण दिया। सीएम ने आरोप लगाया कि संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उन्होने नोटबंदी और जीएसटी के फैसलों की भी कड़ी निंदा की। उन्होंने नोटबंदी को भारत का सबसे बड़ा फ्रॉड बताया। उन्होंने इन फैसलों की तुलना इंदिरा गांधी सरकार के दौरान नसबंदी के अभियान से की।
ममता बनर्जी ने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह बीजेपी का ही संगठन है। केंद्र से सहयोग न मिलने के मुद्दे पर उन्होंने सीआरपीएफ की तैनाती का मुद्दा उठाया। ममता ने कहा कि कश्मीर जल रहा है, एमपी में किसान मर रहा है लेकिन बीजेपी हिंसा रोकने में सक्षम नहीं है। यह भी आरोप लगाया कि सोशल मीडिया के जरिए लोगों को भड़काने की कोशिश की जा रही है। बांग्लादेशी और भोजपुरी फिल्म के सीन को बंगाल का बताकर सोशल मीडिया पर सर्कुलेट किया जा रहा है।
We will ask for judicial inquiry into incidents at #Baduria and #Basirhat : West Bengal Chief Minister Mamta Banerjee pic.twitter.com/JfV8owkXYZ
— ANI (@ANI_news) July 8, 2017