भारत के 13वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हुआ। गुरुवार को प्रणब मुखर्जी ने एक चिट्ठी ट्वीट की। यह चिट्ठी उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके राष्ट्रपति के रूप में आखिरी दिन लिखी था। इस खत में पीएम मोदी ने लिखा कि किस तरह जब वह दिल्ली में नए थे, तब राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने उन्हें गाइड किया था. प्रणब मुखर्जी के ट्वीट के बाद पीएम मोदी ने भी इसका रिप्लाई किया, और लिखा कि आपके साथ काम करने में हमेशा ही मज़ा आएगा।
प्रणब मुखर्जी ने ट्वीट कर लिखा, “राष्ट्रपति के तौर पर कार्यालय में मेरे आखिरी दिन मुझे पीएम नरेंद्र मोदी की चिट्ठी मिली जिसने मेरा दिल छू लिया! आप सबसे साझा कर रहा हूं।”
On my last day in office as the President, I received a letter from PM @narendramodi that touched my heart! Sharing with you all. pic.twitter.com/cAuFnWkbYn
— Pranab Mukherjee (@CitiznMukherjee) August 3, 2017
पीएम मोदी ने पत्र में तत्कालीन राष्ट्रपति को “प्रिय प्रणब दा” कहकर संबोधित किया है। दो पन्नों के इस पत्र पर 24 जुलाई 2017 की तारीख है। पीएम मोदी ने पत्र में प्रणब मुखर्जी को उनके “विशिष्ट जीवन यात्रा के नए चरण” के लिए शुभकामना दी है। पीएम मोदी ने लिखा है, “तीन साल पहले मैं जब नई दिल्ली आया तो मैं बाहरी था। मेरे सामने बड़ा और चुनौतीपूर्ण लक्ष्य था। इस दौर में आप मेरे लिए पितृतुल्य और मार्गदर्शक रहे। आपकी मेधा, ज्ञान दिशा-निर्देश और निजी स्नेह से मुझे आत्मविश्वास और शक्ति मिली।”
पीएम मोदी ने पत्र में विभिन्न मुद्दों पर प्रणव मुखर्जी के ज्ञान और दृष्टि की तारीफ की है। पीएम मोदी ने लिखा है, “आपके अथाह ज्ञान के बारे में सबको पता है। चाहे वो राजनिति हो या अर्थशास्त्र या विदेश नीति या राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे हों, मैं विभिन्न विषयों से जुड़ी आपकी अंतरदृष्टि से सदैव चकित होता रहा हूं।”
पीएम मोदी ने पत्र में इस बात को भी रेखांकित किया है कि वो और प्रणब मुखर्जी अलग-अलग राजनीतिक दलों और जीवनधाराओं से यहां तक पहुंचे हैं। पीएम मोदी ने लिखा है, “प्रणब दा, हमारी राजनीतिक यात्रा अगल-अलग राजनीतिक दलों के माध्यम से हुई है। कई मौकों पर हमारी विचारधारा अलग रही है। हमारे जीवन अनुभव भी भिन्न हैं। मेरे पास केवल मेरे राज्य का प्रशासनिक अनुभव था जबकि आपके पास कई दशकों का राष्ट्रीय राजनीति और नीति का अनुभव था, फिर भी हम आपसी सामंजस्य के साथ काम कर पाए।”
पीएम मोदी ने पत्र में प्रणब मुखर्जी को उस पीढ़ी का नेता बनाया है जिसके लिए राजनीति का मकसद समाजसेवा थी। प्रणब मुखर्जी को पीएम मोदी ने भविष्य के लिए शुभकामनाएं देने के साथ ही लिखा है, “राष्ट्रपति जी, ये मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे आपके प्रधानमंत्री के तौर पर काम करने का अवसर मिला।” 25 जुलाई को रामनाथ कोविंद ने देश के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर पद की शपथ ली। कोविंद ने चुनाव में कांग्रेस समेत 17 दलों की उम्मीदवार मीरा कुमार को हराया।