पीएम मोदी ने खेलगांव में 15,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव से पहले घोषणाएं करना, पत्थर लगवाना, यह खेल सालों से चला आया है। हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती यही थी। इसे खत्म करने में हमें जबरदस्त ताकत लगानी पड़ी, जिसकी कल्पना तक नहीं की जा सकती। प्रधानमंत्री ने कहा कि सारी व्यवस्थाओं में इतनी अधिक बुराईयां प्रवेश कर चुकी थीं कि यदि कोई ढीला-ढाला इंसान होता तो वह देखकर ही डर जाता है, लेकिन हमें चुनौतियों को चुनौती देने की आदत भी है। हम चुनौतियों को स्वीकार करके रास्ते खोलते हुए देश को आगे ले जाने की ताकत रखते है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आधारभूत संरचनाएं देश के विकास के लिए जरूरी हैं और इसमें कोई ढिलाई नहीं बरती जा सकती। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बुनियादी परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि हमने राजनीति नहीं की है, बल्कि विकास किया है और जो कहा है उसे पूरा किया और आगे भी जो कहेंगे, उसे पूरा करके दिखाएंगे। प्रधानमंत्री ने जीएसटी को दुनिया के लिए अजूबा बताते हुए कहा कि रातों-रात व्यवस्था बदली और उसे अगले दिन से अपना भी लिया गया हो, यह इस देश की ताकत है।
उन्होंने राजस्थान की तत्कालीन कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि 2006 में चंबल पर हैंगिंग ब्रिज का निर्माण शुरू किया गया। उसे 11 साल में पूरा नहीं किया जा सका। आखिरकार इसे हमारी सरकार ने पूरा करके दिखाया है और इसका आज लोकार्पण किया गया है।