नीता अंबानी अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) की पहली भारतीय महिला सदस्य बन गईं. रियो में गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति की 129वें सम्मेलन में उनका चुनाव किया गया. स्वतंत्र चयन प्रक्रिया आईओसी सदस्यों की भर्ती की नयी प्रणाली अपनाता है, जो ओलंपिक एजेंडा 2020 की सिफारिशों पर आधारित है.
नीता अंबानी ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा, ‘आईओसी द्वारा चुने जाने से मैं वास्तव में अभिभूत हूं. यह विश्व स्तर पर भारत के बढ़ते महत्व की पहचान है. यह भारतीय महिलाओं की पहचान है.’
ओलिंपिक चार्टर और आईओसी नियमों के अनुसार जिस श्रेणी के तहत अंबानी के नाम पर विचार किया गया, वह उन स्वयंसेवकों के लिए है जो आईओसी और ओलिंपिक अभियान का अपने देश में प्रतिनिधित्व करेंगे. वे आईओसी के अंदर अपने देश के प्रतिनिधि नहीं होते हैं.
इस साल जून में आईओसी की कार्यकारी बोर्ड ने उन्हें इस पद के लिए नामित किया गया था. भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी की पत्नी नीता इस पद के लिए नामांकित होने वाली पहली भारतीय महिला भी थी. 52 वर्षीय नीता 70 वर्ष की उम्र तक इस पद पर बनी रहेंगी.
सर दोराबजी टाटा आईओसी में भारत की प्रतिनिधित्व करने वाले पहले भारतीय थे, जबकि राजा रंधीर सिंह अभी आईओसी के मानद सदस्य हैं. वह वर्ष 2000-2014 तक आईओसी के सदस्य थे.
स्विट्जरलैंड स्थित आईओसी ओलिंपिक अभियान की सर्वोच्च संस्था है और उसकी ग्रीष्म और शीतकालीन तथा पैरालिंपिक खेलों के आयोजन की जिम्मेदारी होती है