दिल्ली। एसबीआइ की मुखिया अरुंधती भट्टाचार्य ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया है कि एसबीआइ में सहयोगी बैंकों के विलय से उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। इस काम में न तो किसी का जॉब जाएगा न ही किसी का वेतन पर असर पड़ेगा। हां कुछ तबादले जरूर हो सकते हैं। ऐसे में हड़ताल का कोई कारण नहीं बनता है। शुक्रवार को बैंकों के विलय को लेकर कर्मचारी हड़ताल पर रहे।
भट्टाचार्य ने बताया कि अगले साल यानि का 2017 के मार्च तक पांच सहयोगी बैंकों के अलावा भारतीय महिला बैंक के एसबीआइ में विलय की प्रक्रिया पूरी हो जाने की उम्मीद है। एसबीआइ के पांच सहयोगी बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर और स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद शामिल हैं।
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