वित्त मंत्रालय के की ओर से जारी इस सूचना में कहा गया है कि बीते तीन साल 3 महीने में देश में मल्टीनेशनल फर्म्स सहति भारतीय कंपनियों ने मिलकर करीब 1 लाख 52 हजार करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है। अप्रैल 2014 से जून 2017 तक कंपनियों ने ये टैक्स चोरी की है। ये राशि इतनी बड़ी है कि मुंबई या बेंगलुरू शहर को 19 सालों तक बिना किसी दिक्कत के चलाया जा सकता है।