पेटीएम के चीनी कनेक्शन की जांच करेगा ‘आरएसएस’ से जुड़ा ये संगठन

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

वहीं चीन की हिस्सेदारी को लेकर आलोचनाओं से घिरे पेटीएम के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय शेखर शर्मा ने उनकी कंपनी उतनी ही भारतीय है जितनी मारुति। शर्मा ने कहा, “हम मारुति जितने ही भारतीय हैं। हम प्रत्येक रूप में भारतीय हैं। कभी सरकार के नियंत्रण वाली मारुति की बड़ी हिस्सेदारी जापानी कार कंपनी सुजुकी मोटर कार्प के पास है। सुजुकी के पास मारुति की 56.21 प्रतिशत हिस्सेदारी है और यह इसकी एकमात्र प्रवर्तक है।”

इसे भी पढ़िए :  संघ का लक्ष्य एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण करना है, जिसके केंद्र में हिन्दुत्व होगा: भागवत

शर्मा ने कहा कि पेटीएम दुनिया के सामने भारतीय कंपनी के रूप में जानी जाती है और जो भारत का ‘गौरव’ है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए हमारे ग्राहक, देश का कानून और नियामक महत्वपूर्ण हैं। अलीबाबा समूह और उसकी सहयोगी एट फाइनेंशियल ने पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस में पिछले साल 68 करोड़ डालर का निवेश किया था। इस तरह देश की सबसे बड़ी मोबाइल वॉलेट आपरेटर में उसकी हिस्सेदारी 40 प्रतिशत से अधिक हो गई है। हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की निवेशक पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 70 प्रतिशत करने पर विचार कर रही है।

इसे भी पढ़िए :  चना और चने दाल की कीमतों में 200 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा, अन्य दाल के भाव में कमी
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse