नई दिल्ली। बॉलीवुड का शुरू से ही इतिहास रहा है कि कलाकारों को पर्दे पर उसके किरदारों के हिसाब से ही नाम दे दिए जाते हैं। एक जैसे कई किरदार कोई करे तो फिर उसकी वही छवि बना दी जाती है। मशहूर अभिनेता मनोज कुमार ने 60 और 70 के दशक में एक के बाद एक कई देशभक्ति फिल्में की तो उनको नाम मिला ‘भारत कुमार’। अब लगता है कि अक्षय कुमार इस नाम के नए हकदार बनते जा रहे हैं।
अक्षय की इस साल स्वतंत्रता दिवस पर ‘रुस्तम’ रिलीज हुई है। फिल्म में अक्षय कुमार नेवी कमांडर की भूमिका में हैं। फिल्म में एक कमांडर की बीवी की बेवफाई के साथ देशभक्ति के भी खूब रंग हैं। फिल्म में अक्षय कुमार तिरंगे को सलामी देते भी नजर आते हैं। इस साल ये दूसरा मौका है जब अक्षय देशभक्ति के रंग में रंगे हैं।
इसी साल जनवरी में अक्षय कुमार की फिल्म ‘एयरलिफ्ट’ आई थी। फिल्म में अक्षय कुमार एक ऐसे व्यापारी बने हैं जो कुवैत-इराक जंग में फंसे एक लाख 70 हजार भारतीयों को भारत लाने के लिए अपनी प्रोपर्टी और परिवार तक की परवाह नहीं करता है। इस फिल्म में भी अक्षय कुमार कई बार अपनी धरती और देश की बात करते है।
इससे पहले पिछले साल (2015) में अक्षय कुमार की फिल्म ‘बेबी’ आई। फिल्म में अक्षय रॉ एजेंट के भूमिका में देश के गद्दारों को सबक सिखाते नजर आते हैं। फिल्म में उनका रोल देशभक्ति के जज्बे से भरे अफसर का है।
2015 में ही अक्षय कुमार की फिल्म ‘गब्बर इज बैक’ आई। फिल्म में अक्षय कुमार ने प्रोफेसर का रोल निभाया, जो सिस्टम को बदलने का बीड़ा उठा लेता है। फिल्म में वो चुन-चुन कर भ्रष्ट अफसरों और नेताओं को मारता है। फिल्म के क्लाइमेक्स में अक्षय सबको देश के लिए कुछ कर-गुजरने की सीख देता है।
2014 में अक्षय कुमार की फिल्म ‘हॉलीडे’ आई। फिल्म में अक्षय एक फौजी के किरदार में दिखे जो खुफिया मिशन पर है और ढूंढ़-ढूंढ़ कर उसे देश के दुश्मनों को खत्म कर देना है। विराट बक्शी का ये रोल भी देशभक्ति के रंग मे रंगा है।
हिन्दी फिल्मों में देशभक्ति फिल्म के निर्माण और उनसे जुड़े गीतों की शुरुआत करीब 1940 के दशक से मानी जाती है। निर्देशक ज्ञान मुखर्जी की 1940 में प्रदर्शित फिल्म ‘बंधन’ संभवत: पहली फिल्म थी, जिसमें देश प्रेम की भावना को रुपहले पर्दे पर दिखाया गया था।
जिस तरह से साल दर साल अक्षय कुमार एक के बाद एक देशभक्ति से जुड़ी फिल्में दे रहे हैं, उससे लगता है कि अक्षय नए युग के ‘भारत कुमार’ बनते जा रहे हैं।