बॉलीवुड एक्टर और संगीतकार फरहान अख्तर ने अपनी दोनों बेटियों के लिए एक खुला पत्र लिखा है। जिसमें उन्होने समाज में फैली कुरुतियों और सेक्सुयल वोयलेंस के बारे में बात की है। यह पत्र इमोशन्स से भरा हुआ है और कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठता है।
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प्यारी बेटियों,
मैं तुम्हें सेक्सुअल वॉयलेंस या रेप जैसे मुद्दे पर कुछ कैसे लिख सकता हूं? मेरा स्वभाव, एक पिता का स्वभाव है, सुरक्षा और पालन-पोषण के लिए, लेकिन यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर हमें सामने आना चाहिए और बात करनी चाहिए। तो प्यारी बेटियों, अपनी टीम की एक जिंदादिल लॉयर की 2013 में हुई दर्दनाक हत्या के बाद मेरे द्वारा लिखी एक कविता की कुछ लाइनों से इस बात को शुरू करते हैं। तब तुम बहुत छोटी थीं, सिर्फ 12 की, और मैं बस चाहता था कि तुम मुस्कुराती रहो, निर्भीक रहो, और अजेय रहो, जैसे तुम थीं। तब रेप की कोशिश करने, हत्या करने जैसे वीभत्स मुद्दों को उठाना मेरे लिए आसान नहीं था। अब तुम 16 की हो गई हो और मैं तुम्हारे मन में आने वाले सवालों को पढ़ सकता हूं। हां, वे सभी सवाल जो मेरे मन में भी आते हैं।
यह कैसा देश है जहां मैं रह रहा हूं?
जो उसके प्यार करने के अधिकार को छीन लेता है
उसके साथ एक लोहे की रॉड से बर्बर व्यवहार करता है
बेखौफ उसके साथ बलात्कार करता है
क्या उसके आंसुओं के साथ न्याय होगा…
…मैं अपनी बेटियों को क्या बताऊं?
कि वह किसी भेड़ की तरह हलाल कर दिए जाने के लिए बड़ी हो रही हैं
हमें बदलाव लाना होगा.
रीबूट, रिफॉर्म, रिअरेंज
और कभी हार नहीं माननी होगी
कोई फर्क नहीं पड़ता कि हमारा सर कितना घूमता है
बस इस सवाल को पूछते रहिए
मैं यह किस देश में रह रहा हूं?
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