कुछ दिन पहले फिल्म ‘पद्मावती’ की शूटिंग के दौरान निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ संगठन करणी द्वारा मारपीट की घटना सामने आयी थी। अब एक बार फिर से संगठन चर्चाओं में आ गया है। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ स्थित मशहूर पद्मिनी महल में बीते रविवार (5 मार्च) को करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने महल में लगे शीशे तोड़ दिए।
दरअसल महल में लगे आईने, अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मिनी की कहानी का हिस्सा बताए जाते हैं। इस बात से नाराज करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने आईनों को फोड़ डाला। कांच के बने आईने महल के गोलाकार हिस्से में लगे हैं। ऐसा माना जाता है कि टूरिस्ट गाइड्स, इन आईनों को पर्यटकों को खिलजी-पद्मिनी के प्रेम प्रसंग के सबूत के तौर पर दिखाते हैं। कहा जाता था कि इन आईनों में ही खिलजी को पद्मिनी की सूरत दिखाई गई थी।
गाइड वहां जाने वाले पर्यटकों को इन कांचों के बारे में बताते थे। कहा जाता है कि इन्हीं कांचों के जरिए 13 वीं सदी में अलाउद्दीन खिलजी को रानी पद्मिनी की झलक दिखलाई गई थी। करणी सेना ने तोड़फोड़ की जिम्मेदारी ली है और कहा है कि उसने 15 दिन पहले ही चेतावनी दे दिया था कि इन कांचों को नहीं हटाया गया तो तोड़ दिया जाएगा।
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