जयपुर में शूटिंग के दौरान फिल्म पद्मावती के सेट पर बॉलीवुड फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली के साथ राजपूत समुदाय के एक संगठन के लोगों (करणी सेना) ने अभद्रता की थी। इस विवाद के बाद इंडस्ट्री के दिग्गज लोगों ने इस मुद्दे पर भंसाली का सपोर्ट दिया और जमकर अपनी भड़ास सोशल मीडिया पर निकाली। वहीं अब भारतीय पहलवान और 2012 के ओलंपिक ब्रोंज मेडलिस्ट योगेश्वर दत्त ने भी इस मुद्दे को लेकर ट्वीट किया है।
इस मुद्दे को लेकर योगेश्वर दत्त ने लगातार 4 ट्वीट किए हैं। योगेश्वर ने ट्वीट कर लिखा है कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। योगेश्वर दत्त ने ट्वीट में लिखा, चित्तौड़ की रानी की साहस,बलिदान की गौरवगाथा इतिहास में अमर है। चित्तौड़ के राजा रतनसिंह का स्वयंवर किया था। उपन्यास अलग बात है और इतिहास अलग बात। पारो और रानी पद्मावती में फ़र्क़ है। त्याग, बलिदान,साहस का प्रतीक रानी #Padmawati के साथ सावधानी रखे। आक्रमणकारी ख़िलजी से गरिमा की रक्षा के लिए 16000 वीरांगनाओं के साथ रानी #Padmavati ने जौहर किया,भस्म हुयी किंतु ख़िलजी को नहीं मिली। हार निश्चित होने के बाद भी 12 साल से ऊपर का हर पुरुष केसरिया साफ़ा बाँध कर साका व्रत किया। इस गौरव गाथा से छेड़-छाड स्वीकार नहीं की जा सकती।
#Padmawati
चित्तौड़ की रानी की साहस,बलिदान की गौरवगाथा इतिहास में अमर है।चित्तौड़ के राजा रतनसिंह का स्वयंवर किया था।#HighTimeWakeUpIndia— Yogeshwar Dutt (@DuttYogi) January 28, 2017
उपन्यास अलग बात है और इतिहास अलग बात।पारो और रानी पद्मावती में फ़र्क़ है।त्याग, बलिदान,साहस का प्रतीक रानी #Padmawati के साथ सावधानी रखे।
— Yogeshwar Dutt (@DuttYogi) January 28, 2017
आक्रमणकारी ख़िलजी से गरिमा की रक्षा के लिए 16000 वीरांगनाओं के साथ रानी #Padmavati ने जौहर किया,भस्म हुयी किंतु ख़िलजी को नहीं मिली।
— Yogeshwar Dutt (@DuttYogi) January 28, 2017
हार निश्चित होने के बाद भी 12 साल से ऊपर का हर पुरुष केसरिया साफ़ा बाँध कर "साका व्रत" किया।इस गौरव गाथा से छेड़-छाड स्वीकार नहीं की जा सकती
— Yogeshwar Dutt (@DuttYogi) January 28, 2017