नई दिल्ली : पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में कहा कि 26 जनवरी को देश के कोने-कोने में उत्साह के साथ मनाया गया। अभी भी हमारे देश में नागरिकों के कर्तव्य और अधिकार पर जितनी व्यापक रूप में चर्चा होनी चाहिए, उतनी नहीं हो रही है। लोकतंत्र पर बहस की जरूरत है।
पीएम की ‘मन की बात’ के मुख्य, अंश।
• अधिकार और कर्तव्य की दो पटरी पर ही, भारत के लोकतंत्र की गाड़ी तेज़ गति से आगे बढ़ सकती है।
• युवा सोशल मीडिया पर वीर सैनिकों, शहीदों के पराक्रम को लिखें।
• आज मैं बच्चों से बात करने आया हूं।
• परीक्षा में परेशानी का वातावरण।
• बच्चों ने अपनी परेशानियों को शेयर की हैं। इन परेशानियों को शेयर कर रहा हूं।
• परीक्षा अपने आप में, एक खुशी का अवसर होना चाहिए। परीक्षा एक उत्सव है, परीक्षा को ऐसे लीजिए जैसे मानों त्योहार है।
• स्माइल मोर, स्कोर मोर। जितने ज्यादा खुश रहेंगे, उतने ज्यादा आपको अंक प्राप्त होंगे।
• तनाव में सारे दरवाजे बंद होते हैं। तनावमुक्त रहने से परेशानी कम होती हैं।
• रिलैक्सं रहेंगे तो चीजें याद रहेंगी। तनाव में ज्ञान नीचे दब जाता है।
• गुड मार्कशीट के लिए हैप्पी माइंड।
• परीक्षा जीवन की कसौटी नहीं है।
• परीक्षा को सही संदर्भों में देखना जरूरी है। हमारे सामने,हमारे पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्रेरक उदाहरण हैं।
• खुद के साथ मुकाबला करें, दूसरों के साथ नहीं। पीएम ने इस संदर्भ में क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर का उदाहरण भी दिया।
• प्रतिस्पर्धा में पराजय, हताशा, निराशा और ईर्ष्या को जन्म देती है, लेकिन अनुस्पर्धा आत्मंथन, आत्मचिंतन का कारण बनती है।
• अभिभावक अपेक्षा ज्यादा करते हैं। बच्चों से अपेक्षा कम करें, ठीक रहेगा।
• नकल आपको बुरा बनाती है, इसलिए नकल न करें।
• स्वीकृति समस्याओं के समाधान का रास्ता खोलती है। अपेक्षाएं राह कठिन कर देती हैं।
• मैं अभिभावकों से कहना चाहूंगा कि परीक्षा के दिनों में बच्चों को हंसी-ख़ुशी का भी माहौल दें। आप देखिए, वातावरण बदल जाएगा।
• अपने संकल्प को याद करते हुए, अपने पर विश्वास रखते हुए, परीक्षा के लिए जाइए, मेरी बहुत शुभकामनाएं हैं।
• हर कसौटी से पार उतरने के लिए कसौटी को उत्सव बना दीजिए। फिर कभी कसौटी, कसौटी ही नहीं रहेगी। इस मंत्र को लेकर आगे बढ़ें।
• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
दरअसल, चुनाव आयोग ने आज प्रसारित होने वाले पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम को इजाज़त दे दी थी। चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता का सख़्ती से पालन करने का निर्देश देते हुए प्रोग्राम को हरी झंडी दी।
उल्लेखनीय है 8 मार्च को 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के आख़िरी चरण का मतदान हैं। आदर्श आचार संहिता लागू होने की वजह से कार्यक्रम के प्रसारण से पहले सरकार की तरफ़ से चुनाव आयोग की इजाज़त मांगी गई थी।
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