JNU देशद्रोह मामले में कन्हैया कुमार समेत 30 छात्रों को भेजा गया नोटिस, कई छात्रों ने छोड़ा देश

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नई दिल्लीः स्पेशल सेल ने कई महीने बाद फिर से जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी JNU देशद्रोह मामले में जांच शुरू कर दी है। हांलाकि इस बार JNU के 30 छात्र और छात्राओं को पूछताछ के लिए सूची बनाई गई है। इसके अलांवा पूछताछ के तहत छात्र-छात्राओं पर बुधवार को आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा-160 के तहत उनके घर पर नोटिस भेजा जाएगा। हांलाकि इन छात्र-छात्राओं पर पुलिस तीन दिन तक पूछताछ करेगी।

स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर उमेश बर्थवाल ने बताया कि गुरूवार को 10 छात्र-छात्राओं को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन कोई नहीं आया। दिल्ली पुलिस चाहती है, कि इनमें से कोई एक गवाह बन जाएं। इसी के कारण से वह सभी छात्रों से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस ने जिन 30 छात्र-छात्राओ को नोटिस भेजा गया है। उनमें से एक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता डी राजा की बेटी अपराजिता राजा भी शामिल हैं।

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दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्पेशल सेल ने JNU के उन छात्रों से पूछताछ शुरू कर दी है जो देशविरोधी नारे लगने के समय घटना स्थल पर मौजूद थे। हांलाकि पुलिस का कहना हैं कि ये सभी छात्र-छात्राओं आरोपी नहीं हैं लेकिन ये सभी घटना स्थल पर मौजूद थे। इसलिए पुलिस इन सब से पूछताछ कर रही है। वह देशविरोधी नारे लगाने वालों में शामिल नहीं थे।

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आपको बता दें कि ये 30 छात्र-छात्राओ को नोटिस भेजा गया है जो घटना स्थल पर मौजूद थे। उनके नाम- चपल सेरपा, वाई उदय कुमार, चिन्मय महानंद, भूपाली विट्ठल मार्गे, अपराजिता राजा, पी सुरुगना यादव, श्वेता राय, चिनैया महाजन, गार्गी अधिकारी, चिंटू कुमारी, ऋतु, सृजन, शिवानी, नितेश, सी फैयाज, शशि त्रिपाठी, सतरूपा चक्रवर्ती, शरबनी चक्रवर्ती, इशान आनंद, अयंतिका, शेहला राशिद, जी सुरेश, मोहित, अमन सिन्हा, एन साई बालाजी, अर्पणा, शिवानी राजपूत, श्रीरूपा भट्टाचार्या, बुरहान कुरैशी व कौशिक राज शामिल हैं। इनमें कुछ नाम ऐसे हैं जो घटना के बाद देश छोड़ चुके हैं।

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