जेएनयू परिसर में आइसा ऐक्टिविस्ट नजीब अहमद के गायब होने के बाद कैंपस में तनाव का माहौल है। इसी के बीच जेएनयू छात्र संघ के पूर्व ज्वाइंट सेक्रेटरी और ABVP नेता सौरभ शर्मा को गुरुवार की सुबह एक धमकी भरा पत्र मिला। जिसमें उसे जान से मारने की बात लिखी है।
खत में लिखा है, ‘उम्मीद है कि तुम इस पत्र को पाते वक्त कम से कम इस स्थिति में होगे कि इसे पढ़ सकोगे, क्योंकि हमारे लड़के पहले ही तुम्हारे टुकड़े-टुकड़े करने के लिए तुम्हें ढूढ़ रहे हैं। लगता है तुमने बंगाल के हालिया हमलों से कोई सबक नहीं लिया जहां हमारे लड़के तुम्हारे लोगों के टुकड़े कर रहे हैं। मुस्लिम लड़के को छूने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई। नजीब अहमद वापस मिले न मिले, लेकिन हम लोग तुम्हें खोज लेंगे और मार डालेंगे।’
कोबरापोस्ट की टीम ने सौरभ शर्मा सो फोन पर संपर्क साधा और उनका पक्ष जानने की कोशिश की जिसके बाद सौरभ शर्मा ने बताया कि:
सौरभ शर्मा ने बताया कि, उन्हें स्पीड पोस्ट से भेजे गए खत में पश्चिम बंगाल में हो रही घटनाओं का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि लगता है तुमने इनसे सबक नहीं लिया है। खत के साथ उन्हें कार्ल मार्क्स की एक तस्वीर भी भेजी गई है। और यह कोई पहली दफा नहीं जब उन्हें धमकी मिली है। 9 फरवरी वाली घटना के बाद से ही उन्हें कई बार धमकी मिली है।
सौरभ शर्मा ने आगे कहा, इस सब धमकियों से समाज के लिए जो हम काम कर रहे है, उसमें जरा भी हमारा हौसला कम नहीं होगा, जबकि यह सब मुझे स्ट्रांग बनाता है। और मैं ये भी कहना चाहूंगा, कैंपस में कुछ लोग जेएनयू से लापता हुए छात्र नजीब अहमद पर राजनीति करना चाह रहे है। इसे हिंदू मुस्लिम कहकर सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। यह काफी निंदनीय है।