कल तक पुलिस पीसीआर वैन आम लोगों पर निगरानी रखती थी..लेकिन अब प्रशासन पुलिस की निगरानी भी करेगा। इसके तहत पुलिस पीसीआप वैनों में कैमरे लगाए जा रहे हैं। दिल्ली से सटे नोएडा में तैनात पीसीआर जिप्सियों की छतों पर कैमरे लगाए जा रहे हैं। इन कैमरों से रिकॉर्डिंग भी हो सकेगी और फोटो भी लिए जा सकेंगे।
नवभारत टाइम्स की खबर के मुताबिक पीसीआर की एक जिप्सी पर ऐसा कैमरा लगा भी दिया गया है। ये कैमरे जिले में तैनात सभी 56 पीसीआर जिप्सियों पर लगेंगे। एसएसपी के इस प्रयोग से पीसीआर पर तैनात पुलिसकर्मियों में उत्साह है। उनका कहना है कि जो चीजें वे मौके पर देखेंगे, वे कैमरे में भी कैद होंगी। पुलिस का दावा है कि नोएडा में कई आपराधिक मामले कैमरों की वजह से खोले जा सके हैं। पुलिस के विशेषज्ञों का मानना है कि यदि नोएडा के सभी प्रमुख मार्गों व चौराहों पर कैमरे लगे हों तो क्राइम करने वाला बच नहीं सकता। इसी कड़ी में नोएडा पुलिस ने सभी 56 पीसीआर जिप्सियों में कैमरे लगाने का फैसला किया गया है। एक कैमरा लग चुका है और बाकी में लगाने की प्रक्रिया चल रही है।
सिटी एसपी दिनेश यादव का कहना है कि पीसीआर में कैमरे लगाने से पुलिस और पब्लिक को भारी राहत मिलेगी। किसी भी घटना की सूचना मिलने के बाद जब पीसीआर जिप्सी पर तैनात पुलिसवाले वहां पहुंचेंगे तो जिप्सी पर लगे कैमरे में मौके की रिकॉर्डिंग भी होगी। यदि कहीं भीड़ अनियंत्रित होती है, तो वह भी कैमरे की निगाहों में होगा। इसमें शामिल उपद्रवियों की पहचान भी आसानी से हो सकेगी। एसपी क्राइम विश्वजीत श्रीवास्तव का कहना है कि क्राइम की गुत्थियां सुलझाने में कैमरों की खास भूमिका होती है। पुलिस पीसीआर गाड़ियों में कैमरे के साथ ही गाड़ी के अंदर एक स्क्रीन भी लगाएगी ताकि गाड़ी के अंदर बैठे पुलिसकर्मी भी सामने का पूरा नजारा देख सकें।