नोटबंदी के बाद जिन लोगों के खाते में 10 लाख रुपये या उससे मोटी रकम जमा हुई है। अब आयकर विभाग उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए कुछ ऐसा करने जा रहा है, जो उनके लिए थोड़ी परेशानी भरा हो सकता है। दरअसल इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ऐसे लोगों से सवाल पूछ सकता है जिन्होंने नोटबंदी के बाद अपने खातों में 10 लाख रुपए या इससे अधिक जमा की है। ऐसे खाताधारकों को इनकम टैक्स डिपार्टमेन्ट सवाल पूछेगा कि उनके पास यह रकम कहाँ से आयी। जिसका जवाब 15 दिनों के अंदर देना होगा। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) के नए ई-प्लेटफॉर्म के जरिए ऐसे लोगों से संपर्क किया जायेगा।
इनकम टैक्स डिपार्टमेन्ट के सवालों का जवाब भी ऑनलाइन दाखिल करना होगा। एक आयकर अधिकारी ने बताया कि यदि ऑनलाइन जवाब मिलने के बाद अगर असेसिंग ऑफिसर को अतिरिक्त सूचना की जरूरत होगी, तो व्यक्ति से उसे जमा कराने को कहा जाएगा और उन तमाम सवालों का जवाब देना भी अनिवार्य होगा।
आपको बता दें कि नोटबंदी के बाद आयकर विभाग ने तलाशी और जब्ती के 1,100 केस दर्ज किए हैं। इनमें 600 करोड़ रुपए का कैश जब्त किया गया है, जिसमें से 150 करोड़ रुपए नए नोटों में हैं। इसके अलावा करीब एक करोड़ खातों में संदेहास्पद नकदी जमा की जानकारी सामने आई है। ये खाते 75 लाख लोगों के हैं।
हालांकि पहले से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि जिनके खातों में ढाई लाख रुपये या उससे बड़ी रकम जमा कराई गई होगी उनसे आय का ब्यौरा मांगा जा सकता है। लेकिन फिलहाल राहत की बात ये है कि पूछताछ ढाई लाख वालों से तो नहीं लेकिन 10 लाख या उससे अधिक जमा कराने वालों से जरूर होगी।