वॉट्सऐप पर लगने वाली है लगाम, हाई कोर्ट ने की पहल

0
2 of 3
Use your ← → (arrow) keys to browse

दरअसल 25 सितंबर से लागू होने वाली इस पॉलिसी से यूजर्स की डीटेल्स और डेटा के प्रॉटेक्शन वाला फीचर हटा दिया जाएगा। इसके बाद वॉट्सऐप इन जानकारियों को फेसबुक या अपने ग्रुप की संभी कंपनियों के साथ शेयर कर सकता है। यह जानकारी कमर्शन ऐडवर्टाइजिंग और मार्केटिंग में भी इस्तेमाल की जा सकती है।

इसे भी पढ़िए :  स्कॉर्पीन लीक: ‘दि ऑस्ट्रेलियन’ के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई कोर्ट पहुंची DCNS

वॉट्सऐप ने कोर्ट में हलफनामा देते हुए अपनी पॉलिसी का बचाव किया था। कंपनी ने कहा था कि यूजर्स द्वारा वॉट्सऐप में डाला गया कोई भी कॉन्टेंट फेसबुक या अन्य सिस्टर कंपनी के साथ शेयर नहीं किया जाएगा। वॉट्सऐप ने कहा था कि यूजर्स विज्ञापनों और प्रॉडक्ट एक्सपीरियंस के लिए अपनी इन्फर्मेशन फेसबुक के साथ शेयर न करने का ऑप्शन भी चुन सकते हैं। वॉट्सऐप ने कहा था कि इस इन्फर्मेशन को स्पैमिंग को खत्म करने और अपनी सर्विसेज को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

इसे भी पढ़िए :  सरताज अजीज पर भड़की सुषमा स्वराज

इसके बदले में याचिकाकर्ताओं ने कहा था कि वॉट्सऐप ने अपनी प्रिवेसी की शर्तों को जानबूझकर घुमाया-फिराया है, ताकि यूजर्स कन्फ्यूज होकर इनके लिए सहमत हो जाएं। याचिकाकर्ताओं का कहना था कि जिस तरीके से इस पॉलिसी के लिए यूजर्स की सहमति ली जा रही है, वह भी सही नहीं है। वॉट्सऐप यूजर्स की सहमति लेने का सिर्फ दिखावा कर रहा है।

इसे भी पढ़िए :  बेवफाई पर सोनम गुप्ता की सफाई, जानकर चौंक जाएंगे आप!
2 of 3
Use your ← → (arrow) keys to browse