ढाका के कैफे में हमले का मास्टरमाइंड बांग्लादेशी मूल का कनाडाई

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दिल्ली
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में उच्च सुरक्षा वाले राजनयिक जोन में स्थित एक कैफे में भीषण आतंकी हमला करने वाले मास्टरमाइंड की पहचान आज बांग्लादेशी मूल के कनाडाई नागरिक के रूप में की गई है। इस हमले में 22 लोग मारे गए थे जिनमें से ज्यादातर विदेशी थे।

हमलावर की पहचान के बारे में पुलिस ने एक उग्रवादी ठिकाने पर छापे के दौरान मिली जानकारी के बाद यह सूचना दी। जांच से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने नाम जाहिर न करने के अनुरोध पर पीटीआई को बताया कि चार दिन पहले ढाका के कल्याणपुर इलाके में देर रात को छापेमारी की गई थी जिसमें पुलिस को ऐसे संकेत मिले थे कि हालिया हमलों का मुख्य षड्यंत्रकारी तमीम चौधरी है।

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अधिकारी ने बताया ‘‘हमने पाया कि दो आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड तमीम चौधरी है .. उसकी तलाश शुरू की गई क्योंकि हमें लगता है कि तीन साल पहले :कनाडा से: लौटने के बाद वह बांग्लादेश में रह रहा है।’’ इस अधिकारी ने बताया कि 26 जुलाई को कल्याणपुर में छापेमारी के दौरान मौके से मिले सबूतों के आधार पर पुलिस चौधरी की पहचान कर पाई। छापेमारी में नौ उग्रवादी मारे गए थे। समझा जाता है कि करीब 30 साल का चौधरी एक जुलाई को होली आर्टिजन रेस्तरां पर और इसके छह दिन बाद उत्तरी शोलाकिया में ईद के लिए एकत्र भीड़ पर किए गए हमले का मास्टरमाइंड है।

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पूर्व में एक बांग्लादेशी समाचार पत्र की खबर में कहा गया था कि चौधरी फिर से संगठित हुए उग्रवादी गुट जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश :जेएमबी: का नेता और मुख्य फायनेंसर प्रतीत होता है। बांग्लादेश ने दोनों हमलों के लिए पूर्व में अल्पचर्चित गुट को जिम्मेदार बताया था। खबरों में कहा गया था कि चौधरी जेएमबी और आईएसआईएस के बीच संपर्क के तौर पर काम कर रहा है। एक जुलाई के हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली थी जिसमें आतंकियों ने 22 लोगों को मार डाला था। मृतकों में एक भारतीय सहित 17 विदेशी और दो पुलिस अधिकारी भी शामिल थे।

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ईद के लिए एकत्र लोगों पर हुए हमले में दो पुलिस कर्मी और एक महिला की जान गई थी। अधिकारियों ने बताया था कि हमलों के तत्काल बाद सात आतंकी मारे गए थे।

पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते के प्रमुख मोनीरूल इस्लाम ने कहा था कि दोनों हमलों का आपस में संबंध है और जांचकर्ताओं को इन हमलों के कई संदिग्ध मास्टरमाइंड के नाम मिले हैं। लेकिन इनकी असली पहचान की पुष्टि के प्रयास जारी हैं।

पूर्व में बांग्लादेश ने कहा था कि देश में हुए आतंकी हमलों का आईएसआईएस से संबंध होने के बारे में उसे कोई सबूत नहीं मिले हैं।