श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मौजूद लोगों ने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के सामने आजादी के नारे लगाए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के आने का विरोध करने के दौरान भगदड़ मच गई। लोगों ने कुर्सियां तोड़ीं।
दरअसल मंगलवार को जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को महिलाओं के स्वयं सहायता समूह, एसएचजी के कार्यक्रम से उस वक्त जाने को मजबूर होना पड़ा जब भीड़ ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और हवा में कुर्सियां लहराईं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जैसे ही महबूबा मुफ्ती मंच पर पहुंचीं और कुछ महिलाओं के अनुभव सुनना शुरू किया तो इस बीच कई महिलाओं ने खड़े होकर सरकार विरोधी और आजादी के हक में नारेबाजी शुरू कर दी। बाकी और भी महिलाएं खड़ी हुईं और उनका साथ दिया। इस दौरान भी मुख्यमंत्री मंच पर मौजूद रहीं और महिलाओं को सुनती रहीं, लेकिन जब हालात ज्यादा बिगड़ने लगी तो सुरक्षाकर्मी मुख्यमंत्री को आनन-फानन में वहां से ले गए।
महबूबा ने इस पूरे मामले को हल्का बताते हुए संवाददाताओं से कहा कि उनकी सरकार महिलाओं की मदद करने की कोशिश कर रही है और इस संबंध में अपने प्रयास जारी रखेगी।