दिल्ली:
भारत और अमेरिका के बीच हुए सैन्य समझौते ने चीन की नींद उड़ा रखी है। अज तक अपनी अकड़ में रहने वाला चीन अब भारत के साथ दोस्ती की बात करने लगा है। भारत और अमेरिका के बीच एक अहम सैन्य साजो-समाज समझौता पर हस्ताक्षर करने पर एक प्रभावशाली चीनी विद्वान ने कहा है कि यह कदम चीन को चाहिए कि वो आपसी गलतफहमी दूर करने के लिए भारत के साथ ज्यादा से ज्यादा समग्र संबंध विकसित करे।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और अमेरिकी रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर द्वारा ‘साजो-समान विनिमय समझौता ज्ञापन’ पर हस्ताक्षर किए जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय से संबद्ध चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ कंटेम्परेरी इंटरनेशनल रिलेशंस के निदेशक हू शिशेंग ने कहा कि अमेरिका-भारत रणनीतिक गठबंधन चीन के लिए समस्याएं खड़ी करेगा।
अमेरिका और भारत के इस कदम पर चीन की सरकारी मीडिया ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका-भारत गठबंधन से चीन-भारत संबंध में कुछ समस्याएं आएंगी। बाद में अमेरिका कुछ अशांति पैदा करने के लिए अपनी एशिया-प्रशांत क्षेत्र रणनीति में भारत की मदद मांग सकता है। यदि भारत अमेरिका से गहराई से जुड़ गया तो वह मना नहीं कर सकता। ’’