टीएस ठाकुर के बाद अब नए चीफ जस्टिस खेहर ने भी जजों की कमी पर चिंता जाहिर की

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जजों की कमी
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दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर के बाद अब नए मुख्य न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर ने भी जजों की कमी पर चिंता व्यक्त की है। खेहर ने कहा है कि देश का सर्वोच्च न्यायालय जजों की कमी से जूझ रहा है। जजों की कमी के चलते कोर्ट के काम ठीक ढ़ंग से नहीं चल पा रहे हैं।

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आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में फिलहाल 8 जजों की कमी है। मुख्य न्यायाधीश के मुताबिक जनवरी के अंतिम सप्ताह तक जजों की कमी दूर कर ली जाएगी। विधि मंत्रालय भी सुप्रीम कोर्ट में नियुक्तियों की खातिर कालेजियम से नामांकन का इंतजार कर रहा है।

जस्टिस ठाकुर के जजों की संख्या बढ़ाने वाले भावनात्मक भाषण के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कोर्ट की छुट्टियों में कटौती की सलाह दी थी जिस पर जस्टिस ठाकुर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था गर्मियों की छुट्टियों के दौरान जज मनाली नहीं जाते हैं, वह संवैधानिक बेंच के फैसलों को लिखते हैं।इससे पहले पिछले चीफ जस्टिस ठाकुर जजों की कमी को लेकर पीएम के सामने ही रो दिए थे।  जस्टिस ठाकुर ने अपने भावनात्मक भाषण में कहा था कि भारत का एक जज एक साल में 2600 केसों की सुनवाई करता है, इसे पता चलता है कि एक जज के ऊपर कितना दबाव है। जस्टिस ठाकुर ने कहा था कि जजों की कमी की वजह से हाईकोर्ट में 38 लाख से भी ज्यादा केस पेंडिंग है और केस की सुनवाई न हो पाने की वजह से लोग जेल में हैं।

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