पिछले दो दशकों से भारत के मोस्ट वांटेड क्रिमनल की सूची में अव्वल रहने वाले दाऊद इब्राहिम कास्कर यानी डॉन को पकड़ना अब और भी मुश्किल हो गया है। डॉन का सही ठिकाना पता लगाना अब सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती बन गया है। संयुक्त राष्ट्र की समिति ने पाया है कि भारत ने पाकिस्तान में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के जो नौ पते बताए थे उनमें से तीन पते गलत हैं। इन पतों को सूची से हटा दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अलकायदा प्रतिबंध समिति द्वारा सूची में से जो पते हटाए जा रहे हैं, उनमें से एक पता संयुक्त राष्ट्र में इस्लामाबाद की दूत मलीहा लोधी के आवास का है।
हालांकि भारत की तरफ से मुहैया कराए गए नौ में से छह अन्य पतों को संशोधित नहीं किया गया है। भारत ने एक डोजियर में इन 9 पतों का उल्लेख करते हुए कहा था कि दाऊद इन स्थानों पर अक्सर आता है। सुरक्षा परिषद की आईएसआईएल और अलकायदा प्रतिबंध समिति ने दाऊद से जुड़ी इस जानकारी में मंगलवार को संशोधन किया।
साल1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार विस्फोटों के मास्टरमाइंड से जुड़े इस पते को समिति ने रेखांकित किया और काट दिया। इस संशोधन के बारे में पूछे जाने पर भारत के एक टॉप अधिकारी ने बताया कि सूचीबद्ध जानकारी में दाऊद का एक पता गलत था। यह पता ‘राजदूत मलीहा लोधी का था, दाउद का नहीं।’
भारत की तरफ से पिछले साल अगस्त में तैयार किए गए डोजियर में पाकिस्तान में दाऊद के नौ पते शामिल किए गए थे। यह इस बात का सबूत था कि दाऊद पाकिस्तान में छिपा हुआ है। इस्लामाबाद लगातार इस बात से इनकार करता रहा है कि दाऊद पाकिस्तान में रहता है।