दिल्ली महिला आयोग में फर्जी तरीके से भर्ती के मामले में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की आज एंटी करप्शन ब्यूरो यानी ACB के दफ्तर में पेशी होनी है। पेशी के लिए सिसोदिया ACB के दफ्तर पहुंच गए हैं। सिसोदिया ने ACB की पूछताछ से पहले कहा कि ‘हम दिल्ली के लोगों के लिए काम कर रहे हैं लेकिन कुछ लोगों को ये पसंद नहीं आ रहा है।’ जाहिर तौर पर उनके निशाने पर कहीं न कहीं बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी थे। क्योंकि सीएम अरविंद केजरीवाल और सिसौदिया अक्सर बीजेपी और मोदी पर इस तरह सवालिया निशान लगाते रहे हैं।
दरअसल भ्रष्टाचार निरोधक शाखा यानी ACB ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दिल्ली महिला आयोग में कथित भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में समन किया था। इससे पहले ACB ने महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के खिलाफ भी आयोग की भर्तियों में अनियमितताओं के आरोप में 21 सितंबर को एफआईआर दर्ज की थी।
मालीवाल पर आयोग में 85 लोगों को फर्जी तरीके से भर्ती करने का आरोप है। आयोग में हुई इस भर्ती से पहले दिल्ली के उपराज्यपाल की मंजूरी नहीं ली गई थी। ACB ने स्वाति मलीवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट 13, 409 IPC 120B के तहत मामला दर्ज किया था।
इस भ्रष्टाचार निरोधक इकाई के सूत्रों के अनुसार, ACB ने दस्तावेतों की जांच की है उनसे पता चला कि सिसोदिया के कार्यालय से एक पत्र भेजा गया था जिसमें डीसीडब्ल्यू को वित्तीय स्वायत्ता वाली संस्था के तौर पर अधिकृत किया गया था। नियमों के अनुसार सिर्फ उप राज्यपाल ही किसी संस्था को वित्तीय अनियमितता प्रदान कर सकते हैं। इस पहलू पर पूछताछ की जानी है।