देश की राजधानी दिल्ली धुंए के गुबार में डूब रही है। पिछले 6 दिनों से दिल्ली की आबो हवा में सांस लेना दूभर हो चुका है। हालात ये है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए आपात बैठक बुलानी पड़ी। इस बैठक में टीम केजरीवाल ने दिल्ली के बिगड़े हालातों की समीक्षा की। बैठक के बाद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेस में कई कदम उठाने का ऐलान किया। केजरीवाल ने इसे लेकर राजनीति नहीं करने की भी अपील की।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण बहुत ज्यादा हो गया है और अब कुछ इमरजेंसी कदम उठाने की जरूरत है। जब मैं यह कहता हूं कि पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही फसल के कारण ऐसा हो रहा है, तो ये उंगली उठाना नहीं है। इसका मतलब है कि सबको मिलकर इसका समाधान निकालना चाहिए।
केजरीवाल ने कहा कि अगले 5 दिनों के लिए दिल्ली में सभी निर्माण कार्यों को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
स्कूल अगले तीन दिन तक बंद रहेंगे।
10 दिनों के लिए बदरपुर प्लांट को बंद किया जाएगा।
बदरपुर प्लांट से प्लाई ऐश का ट्रांसपोर्टेशन बंद । ऐश पर पानी छिड़काव किया जाएगा।
सोमवार से सड़कों पर पानी का छिड़काव होगा।
डीजी सेट 10 दिन के लिए बंद रखे जाएंगे। कुछ अस्पतालों और मोबाइल टावरों को रियायत दी जाएगी।
कई सारी कॉलोनियों में बिजली के कनेक्शन इसलिए नहीं दिए जा रहे थे कि वह अवैध है जिससे वहां डीजी सेट चलते थे। सभी को बिजली का कनेक्शन देने का आदेश।
सड़कों की वैक्यूम क्लीनिंग 10 नवंबर से शुरू होगी। पीडब्ल्यूडी की 100 मीटर से चौड़ी सड़कें हर हफ्ते वैक्यूम क्लीन होंगी।
दिल्ली में पत्तियां जलाने पर कड़ाई से रोक। ऐप लाकर निगरानी रखी जाएगी। शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारी की सैलरी कटेगी।
जिन लैंडफिल साइट्स पर आग लगी हुई है, वहां एमसीडी को आग बुझाने का निर्देश।
तीन दिन के लिए दिल्ली के सारे स्कूल बंद किए गए।
हेल्थ विभाग को समय-समय पर निर्देश जारी करने को कहा गया है।
दिल्ली से लोगों से अपील कि जहां तक संभव हो घर से काम करने की कोशिश करें।
ऑड ईवन पर विचार शुरू। तैयारी शुरू कर रहें। कुछ दिनों में इसकी समीक्षा की जाएगी।
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