नई दिल्ली। वन रैंक वन पेंशन(ओआरओपी) के मुद्दे पर पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल की खुदकुशी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता इस मौके को भुनाने में कोई मौका हाथ जाने नहीं दे रहे हैं।
इन सबके बीच रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बुधवार(2 नवंबर) को कहा कि ओआरओपी की मांग को लेकर खुदकुशी करने वाले पूर्व सैनिक राम किशन को ओआरओपी के तहत लाभ मिला था। रक्षा मंत्रालय का यह बयान राम किशन की खुदकुशी राजनीतिक रंग में तब्दील होने के बाद आया है।
हालांकि, रक्षा मंत्रालय ने सूत्रों ने यह माना है कि ओआरओपी के तहत ग्रेवाल को पूरा लाभ नहीं मिला था, उन्हें थोड़ी कम रकम मिली थी। इसमें हरियाणा भिवानी जिले में एसबीआई बैंक की ब्रांच ने कैल्कुलेशन में गड़बड़ कर दी थी।
सूत्रों ने साथ ही कहा कि खुदकुशी करने वाले पूर्व सैनिक ने रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर से घर या ऑफिस मिलने के लिए वक्त नहीं मांगा था। रक्षामंत्री पर्रिकर ने बुधवार को कहा कि सरकार पूर्व सैनिकों के विकास के लिए समर्पित हैं और सरकार ने इस स्कीम के तहत 5,507.47 करोड़ रुपए बांटे हैं।