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गुजरात में पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन चला रहे हार्दिक पटेल की 6 महीने के बाद आज गुजरात वापसी हो रही है। हार्दिक आज सुबह 9 बजे राजस्थान के उदयपुर से गुजरात के हिम्मततनगर के लिए निकले। हार्दिक के समर्थको ने उनके स्वागत के लिए बड़ी तैयारी की है।
सबसे पहले राजस्थान-गुजरात बॉर्डर पर हार्दिक का स्वागत करेंगे और 1000 कारों के साथ रैली के रूप में गुजरात के हिम्मतनगर पहुंचेगे जहां पर हार्दिक जनसभा को संबोधित करेंगे। दावा किया जा रहा है कि हार्दिक के स्वागत के लिए राज्यभर से एक लाख से अधिक पाटीदार जुटेंगे। पूरे रास्ते में हार्दिक के सरदार पटेल और भगत सिंह की तस्वीर वाले होर्डिंग लगाए गये है।
घरवापसी से पहले पाटीदार आरक्षण आंदोलन के सूत्रधार हार्दिक पटेल ने कहा है कि चरखे के साथ चित्र लगाने से कोई गांधी और शेर का मास्क पहन लेने से कोई शेर नहीं बन जाता। उन्होंने गांधी साहित्य के प्रकाशनों में चरखे के साथ गांधी जी के बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोटो लगाने पर कहा कि दोगले और पाखंडी नेता सदा ऐसा ही किया करते हैं। हार्दिक ने कहा कि लोग निजी तौर पर उन्हें डराने की कोशिश करते हैं, लेकिन यह हिम्मत किसी में नहीं है कि वे मुझे कभी डरा सकें।
हार्दिक ने यह बात गुजरात निष्कासन की छह माह की अवधि पूरी होने के बाद कही। उन्होंने उदयपुर से गुजरात वापसी से एक दिन पहले सोमवार को नाकोड़ा नगर स्थित अस्थायी निवास पर भास्कर से बातचीत में कहा : ये लोग एक तरफ नाथूराम गोडसे को प्रणाम करते हैं और दूसरी तरफ गांधी का चरखा छीनने का प्रयास करते हैं। इससे इनका दोगला चरित्र उजागर होता है। हार्दिक अपने समर्थकों के साथ मंगलवार सुबह गुजरात रवाना होंगे। हार्दिक ने बताया कि टीएसपी उदयपुर क्षेत्र का बड़ा मुद्दा है। जब भी जरूरत पड़ेगी तब वे अहिंसा के मार्ग पर चलकर यहां के लोगों के आंदोलन में शामिल होंगे। उन्होंने यहा भी कहा कि हक की लड़ाई के लिए गुजरात में पाटीदार समाज का आंदोलन जारी रहेगा।
अगले स्लाइड में पढ़ें – कैसे पाटीदारों के हक में आवाज उठाने वाले हार्दिक को किया गया गुजरात से बाहर
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