हिजबुल चीफ ने दावा किया, ‘भारत ने अपनी सेना के दम पर कश्मीर पर कब्जा कर लिया और इस सैन्य दखल को राजनीति या डिप्लोमेसी के जरिए नहीं खत्म किया जा सकता।’ सलाहुद्दीन ने यह भी दावा किया कि बुरहान वानी की मौत के बाद घाटी में लोगों का आंदोलन परवान चढ़ा है। बता दें कि इस साल आठ जुलाई को भारतीय सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी मारा गया था। उसकी मौत के बाद से कश्मीर में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई।
कश्मीर में भारतीय सुरक्षाबलों पर ज्यादती करने का आरोप लगाते हुए सलाहुद्दीन ने कहा, ‘दुनिया हमारी ओर कोई ध्यान नहीं दे रही। ऐसे में एकमात्र विकल्प सशस्त्र संघर्ष ही बचता है।’ उसने यह भी आरोप लगाया कि भारत सरकार कश्मीर में ‘आर्थिक आतंकवाद’ के जरिए आम जनता पर दबाव बना रही है ताकि वे अपने संघर्ष को छोड़ दें। आतंकी सरगना ने घाटी के पुलिसवालों से अपील की कि वे भारतीय सेना का साथ न देकर जनता के साथ खड़े हो जाएं। साथ में चेतावनी दी कि ऐसा न करने पर उन्हें कश्मीरी लोगों के गुस्से का शिकार होना होगा।