युद्ध की आशंका: चीन से टकराव के बीच भारत ने बॉर्डर पर उतारा सबसे बड़ा लड़ाकू विमान

0
फाइल फोटो।

नई दिल्ली। भारतीय जवानों और चीनी सैनिकों में तनाव की खबरों के बीच गुरुवार(3 नवंबर) को भारतीय वायु सेना ने सी-17 ग्लोबमास्टर विमान चीन सीमा से महज 30 किलोमीटर दूर उतार दिया।

एयरफोर्स ने सी-17 ग्लो-बमास्टबर एयरक्राफ्ट को मेचुका के एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड पर लैंड कराया। यह जगह पश्चिमी हिमालय में लद्दाख से लेकर पूर्वी हिमालय में अरुणाचल प्रदेश तक फैसली 3,500 किलोमीटर लंबी सीमा से मात्र करीब 29 किलोमीटर दूर है।

विमान ने 4,200 फुट के रनवे पर लैंड किया जो भारतीय वायुसेना की देश के दुर्गम इलाकों पर पहुंच की क्षमता को प्रदर्शिलत करता है। इंडियन एयरफोर्स की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि 6200 फिट की ऊंचाई से ग्लोइबमास्टफर ने सिर्फ 4200 फीट के बेस पर लैंडिंग की है। इंडियन एयरफोर्स ने इस ट्रायल लैंडिंग करार दिया है।

इसे भी पढ़िए :  PM मोदी ने अंबेडकर के नाम पर लॉन्च किया ‘भीम’ ऐप, कहा- अब आपका अंगूठा बनेगा आपका बैंक

एयरफोर्स का कहना है कि ऐसे ऊंचे और दुरुह क्षेत्रों में सी-17 की लैंडिंग से इन इलाकों में लोगों को और सामानों को जल्द पहुंचाने में मदद मिलेगी। किसी आपदा की स्थिति में राहत को जल्द और ज्यादा मात्रा में पहुंचाया जा सकेगा। भारत, लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में मेचुका जैसे कई लैंडिंग ग्राउंड विकसित कर रहा है।

इसे भी पढ़िए :  अरुणाचल में हो सकता है फ्लोर टेस्ट, कांग्रेस सरकार को साबित करना होगा बहुमत

गौरतलब है कि बुधवार को लेह जिले के डेमचेक इलाके में नहर सिंचाई परियोजना के तहत हो रहे निर्माण कार्य को भारतीय सीमा में घुसकर चीनी सैनिकों ने रुकवा दिया था। यह घटना बुधवार दोपहर देमचोक सेक्टर में हुई जो लेह से करीब 250 किलोमीटर पूर्व में है। वहां महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) के तहत एक गांव को ‘‘हॉट स्प्रिंग’’ से जोड़ने के लिए काम चल रहा था।

इसे भी पढ़िए :  फ्री कॉल सेवा को लेकर फंसी जियो इन्फोकॉम, ट्राई ने मांगा स्पष्टीकरण

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 55 चीनी सैनिक वहां पहुंचे और आक्रामक तरीके से काम रोक दिया। इसके बाद सेना तथा भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान वहां पहुंचे और उन्होंने चीनी सैनिकों की ज्यादती को रोका। सूत्रों ने कहा कि दोनों पक्षों ने अपने बैनर निकाल लिये है और वे वहां डटे हुए हैं।