
अरुणाचल में फ्लोर टेस्ट पर घमासान, गवर्नर ने कल बुलाया तो स्पीकर बोले ‘असंभव’

गुवाहाटी। अरुणाचल प्रदेश में शक्ति परीक्षण पर टकराव बढ़ गया है। मुख्यमंत्री नाबाम तुकी को राज्यपाल ने कल दोपहर 2 बजे के बाद बहुमत साबित करने को कहा तो स्पीकर नबाम रेबिया बोले कि इतनी जल्दी सत्र बुलाना संभव नहीं है।इससे पहले मुख्यमंत्री नबाम तुकी ने राज्यपाल तथागत रॉय से मुलाकात की और सदन में बहुमत साबित करने के लिए 10 दिनों का समय मांगा। तुकी ने राज भवन के बाहर संवाददाताओं से कहा कि मैंने आज राज्यपाल से मुलाकात की और सदन में बहुमत साबित करने के लिए 10 दिनों का वक्त मांगा। यह हर तरफ से कटा हुआ राज्य है और मौसम भी बरसात का है। हमारे अधिकांश विधायक राज्य से बाहर हैं और वे शनिवार को सत्र में शामिल नहीं हो पाएंगे।
तुकी ने गुरुवार रात राज्यपाल को एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि ईटानगर पहुंचने के बाद सदन में बहुमत साबित करने के लिए उन्हें केवल 48 घंटे का समय मिला है। उन्होंने कहा कि मेरे अधिकांश विधायक शहर से बाहर हैं और मैं उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं। तुकी ने कहा कि अधिकांश लोगों को तो जानकारी भी नहीं है, क्योंकि उन्होंने गुरुवार को कार्यभार संभाला है।
अपने पत्र में उन्होंने शक्ति परीक्षण को लेकर सरकारिया आयोग की सिफारिशों का भी जिक्र किया, जिसके मुताबिक बहुमत साबित करने के लिए मुख्यमंत्री को उचित समय मिलना चाहिए और उन्होंने उचित समय के रूप में 30 दिनों का जिक्र किया।
इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल ने दावा किया कि 60 सदस्यीय विधानसभा में उन्हें 42 विधायकों का समर्थन है। दो सदस्यों के इस्तीफे के बाद सदन में 58 विधायक बचे हैं। गुवाहाटी के एक होटल में 42 विधायकों के साथ बीते दो दिनों से आसन जमाए पुल ने आशंका जताई कि अगर शक्ति परीक्षण के लिए अधिक समय दिया गया, तो विधायकों की खरीद-फरोख्त का प्रयास किया जा सकता है।
उन्होंने हालांकि 42 विधायकों के समर्थन का भरोसा जताते हुए कहा कि शक्ति परीक्षण में वह तुकी को आसानी से हरा देंगे। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का पालन करते हुए बुधवार को रॉय ने तुकी को राज्य के मुख्यमंत्री के पद पर काबिज कर दिया और बहुमत साबित करने के लिए शनिवार को सदन का सत्र बुलाने को कहा।