एक तरफ सरकार काले धन के खिलाफ अभियान चला रही है, तो दूसरी तरफ ऐसे हजारों लोग हैं जो अथाह दौलत दबाए बैठे हैं। जिसने खजाने में इस कदर बेशुमार दौलत भरी है कि खुद उन्हें भी नहीं मालूम कि आखिर उनके पास कितनी दौलत है। 30 सितंबर तक देश के हर खास-ओ-आम नागरिक को छूट दी गई थी कि वो अपनी संपत्ति की घोषणा करे। काफी लोगों ने इसपर अमल कर अपनी संपत्ति का खुलासा भी किया। लेकिन दिल्ली के इन नामचीन वकील ने तब भी सरकार के आदेश को गंभीरता से नहीं लिया। आखिरकार आयकर विभाग की टीम ने इनपर छापेमारी कर, इनकी संपत्ति का खुलासा कर ही दिया।
दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले एक वकील के पास मिली संपत्ति देखकर खुद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों के भी होश उड़ गए। वकील ने साउथ दिल्ली में अपने आवास पर मारे गए छापे के दौरान 125 करोड़ रुपये बेनामी संपत्ति का खुलासा किया।
यह वकील उस समय चर्चा में आया था जब उसने दिल्ली में सौ करोड़ रुपये का बंगला खरीदा था। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के सूत्रों ने बताया कि छापे के दौरान उन्हें कई संपत्ति और निवेश के दस्तावेज भी मिले हैं। बताया जाता है कि वकील बहुत प्रतिष्ठित है और लीगल सर्कल में अच्छी पकड़ है।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ‘कंसल्टेंट्स’ और ‘लॉबीस्ट’ के खिलाफ विशेष अभियान चला रखा है। अभियान ऐसे लोगों पर केंद्रित है जो विमानन, इंफ्रास्ट्रक्चर और रक्षा क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। हाल ही में इन क्षेत्रों से जुड़े कई लोगों पर शिकंजा कसा गया है। बताया जा रहा है कि ऐसे लोगों के ठिकानों पर छापेमारी तेज की जाएगी जिनके पास कालाधन है, लेकिन उन्होंने घोषणा नहीं की है।