भारत एक बार फिर अग्नि-5 मिसाइल का परीक्षण करने की तैयारी में है। परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम इस मिसाइल की रेंज उत्तरी चीन तक होगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जल्ह दी ओडिशा के तट पर इसका परीक्षण किया जाएगा। यह इस इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का चौथा और आखिर टेस्ट होगा। इस बार पूरी क्षमता के साथ परीक्षण किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, टेस्ट के लिए तैयारियां आखिरी चरण में हैं। लॉन्च ओडिशा के वीलर आइलैंड से होगा। इस मिसाइल के दायरे में पूरा चीन होगा, जिसकी वजह से इस टेस्ट को रणनीतिक तौर पर बेहद अहम माना जा रहा है। मिसाइल का चौथा टेस्ट जनवरी-2015 में किया गया था।
अग्नि-V मिसाइल नॉर्थ चाइना तक मार कर सकती है। 2015 में किए चौथे टेस्ट में मिसाइल ने ये कैपेबिलिटी हासिल कर ली थी। अफसरों के मुताबिक, अग्नि-V को टारगेट तक ले जाने के लिए 3 स्टेज हैं। स्ट्रैटजिक फोर्सेस कमांड (SFC) को दिए जाने से पहले मिसाइल का ये अंतिम टेस्ट बताया जा रहा है। 2003 में SFC की स्थापना हुई थी। यह देश के एटमी हथियारों को कंट्रोल करती है। मिसाइल के प्रोडक्शन से पहले ये संस्था कम से कम दो बार टेस्ट करती है।
अगले स्लाइड में पढ़ें – अग्नि-5 मिसाइल की पांच खास बातें