एक अंग्रेजी न्यूज वेबसाईट ‘द क्विंट’ और कई अखबारों में आज ये खबर प्रमुखता से प्रकाशित की गई है कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुस कर तीन आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर दिया और बीस आतंकी मार डाले हैं।ये खबर कितनी सच है ये हम नहीं जानते। सेना की तरफ़ से भी इस खबर की पुष्टी नहीं की गई है इसलिए हम इस खबर के सच होने का दावा नहीं करते। ये खबर प्रकाशित करने का हमारा मकसद आपको सिर्फ़ ये बताना है कि इस तरह की खबरें- वो भी बिना किसी आधिकारिक पुष्टी के- प्रकाशित की जा रही हैं।
‘द क्विंट’ वेबसाइट और कई अखबारों में प्रकाशित खबरों में ये भी कहा गया है कि सेना के इस ऑपरेशन में करीब 200 आतंकी घायल हैं। खबर में आगे बताया गया है कि हेलीकॉप्टर की मदद से सेना के स्पेशल कमांडो दस्ते ने 20-21 दिसंबर की रात को इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
सोशल मीडिया पर इस खबर की आलोचना होने के बाद ‘द क्विंट; ने इस खबर के साथ एक नोट भी प्रकाशित किया है जिसमें कहा गया है कि ‘हमने अपने सूत्र के जरिए इस खबर को फिर से कंफर्म किया है , और हम अपनी खबर पर अडिग हैं’
!['द क्विंट' ने इस खबर की शुरूआत में एक स्पष्टीकरण दिया है (सर्किल में)](http://hindi.cobrapost.com/wp-content/uploads/2016/09/a107d8e7-382a-46ad-ab91-022e2b453604-1024x489.jpg)
!['दैनिक भाष्कर' में भी ये खबर प्रमुखता से प्रकाशित की गई है](http://hindi.cobrapost.com/wp-content/uploads/2016/09/67c7ec73-897b-4914-9b35-e19be3dbee11.jpg)
हालांकि सोशल साइटर पर इस खबर की जम कर आलोचना हो रही है। पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट ने ट्विटर पर इस खबर का मजाक उड़ाते हुए लिखा है कि – ‘सेना ने इस खुफ़िया ऑपरेशन की डिटेल्स सिर्फ़ ‘द क्विंट’ को बताया है’-
The Indian Army openly declares the details about their clandestine operations to The Quint with such candidness,… https://t.co/z0GHHXBinS
— Sanjiv Bhatt (IPS) (@sanjivbhatt) September 21, 2016
वहीं अजय शुक्ला ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि ‘कुछ समाचारपत्र भ्रमित कर रहे हैं, या फिर प्लांट की हुई खबरों से प्रभावित हैं। सेना ने इस प्रकार की किसी भी कार्यवाई से इनकार किया है’।
Some journos are hallucinating… or perhaps motivated disinformation thru chosen plants! This has been formally denied by the military. https://t.co/IyEp1NsJsv
— Ajai Shukla (@ajaishukla) September 22, 2016