तो गुपचुप तरीके से युद्ध की तैयारी कर रहे हैं मोदी ? दरअसल उरी हमले के बाद से पूरे देश में उबाल है। पाकिस्तान से जल्द से जल्द बदला लेने की मांग हर तरफ़ से उठ रही है। उस पर से UN में दिए गए शरीफ़ के भाषण ने आग में घी का काम किया है। अपने भाषण में शरीफ़ ने ना सिर्फ़ भारत को उकसाया है बल्कि इशारों इशारों में परमाणु बम की धमकी भी दी है। शायद इन्ही वजहों से भारत सरकार कमर कसने लगी है। आम जनता और सोशल मीडिया द्वारा दुश्मन को उसी की भाषा में जवाब देने का दबाव सरकार पर देखा जा रहा है। इसी सिलसिले में बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे दिन में कई हाई लेवल मीटिंग की। मंगलवार देर रात को पीएम मोदी ने साउथ ब्लॉक में मिलिट्री ऑपरेशन डारेक्टोरेट में सेना के बड़े अधिकारियों के साथ सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं और युद्ध की तैयारी पर चर्चा भी की। मिलिट्री ऑपरेशन डारेक्टोरेट रक्षा मंत्रालय का एक बेहद खुफिया दफ्तर है। यह दफ्तर ही वॉर रूम के तौर पर जाना जाता है। इस वॉर रूम से ही सेना देश के सुरक्षा संबंधी सभी गतिविधियों पर नजर रखती हैं। पीएम मोदी ने अपने कैबिनेट के कुछ साथियों के साथ देश की रक्षात्मक शक्ति को लेकर सेना के अधिकारियों के साथ चर्चा की।
तस्वीरों में देखिए- अगर भारत-पाक के बीच परमाणु युद्ध होगा तो कितना नुकसान होगा
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